नैनीताल में बाघ ने पिछले कुछ समय से आतंक मचाया हुआ था। वन विभाग ने आतंक का पर्याय बने बाघ को कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ लिया है। जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। बता दें बाघ गांव के ही दो लोगों कोअपना शिकार बना चुका था। जिसके बाद से ग्रामीणों में आक्रोश था।
आतंक का पर्याय बने बाघ को वन विभाग ने पकड़ा
रामनगर के चुकुम गांव में लोगों को निवाला बनाने वाले बाघ को वन विभाग ने रात भर कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ लिया है। बता दें बाघ ने शनिवार को भी चुकुम गांव में सुबह शौच के लिए गोपाल राम (60) को अपना निवाला बनाया था। वन कर्मियों ने बुजुर्ग के शव को जंगल से बरामद किया था। जिसके बाद से ही ग्रामीणों में आक्रोश था।
बाघ के बढ़ते हमले के बाद वनकर्मियो ने उसे पकड़ने के लिए मौके पर कैमरा ट्रैप व पिंजरा लगाया हुआ था। बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम रात भर चुकुम गांव के जंगल में डेरा डाले हुए थी। बाघ को पकड़ने के लिए मृतक के कपड़ों को पिंजरे के आसपास रखा गया था।
देर रात करीब तीन बजे के आसपास बाघ पिंजरा में पहुंचा और फंस गया। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने बाघ को ट्रैंकुलाइज किया। रविवार सुबह जांच पड़ताल के बाद बाघ को ढेला रेस्क्यू सेंटर में भेज दिया गया है। बाघ के पकड़े जाने के बाद ही ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।