
Leh Violence Sonam Wangchuk Arrest: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख(Ladakh) को राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। इसी बीच आज शुक्रवार को पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर लिया गया है। बुधवार को ये पीसफुल प्रोटेस्ट उग्र हो गया था। जिसके चलते चार लोगों की मौत तो वहीं 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। जिसके चलते वांगचुक पर लोगों को हिंसा भड़काने का आरोप लगा। ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत उन्हें लेह पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
Leh Violence: राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत सोनम वांगचुक को किया गिरफ्तार
सोनम वांगचुक पर लद्दाख के प्रदर्शनकारियों को भड़काने का आरोप लगा हैं। बुधवार को हुई हिंसा के बाद अदिकारियों ने वहा कर्फ्यू लगा दिया है। जिसमें अब तक 50 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। साथ ही अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
सरकार ने अशांति के लिए वांगचुक को ठहराया जिम्मेदार
लद्दाख में जारी विरोध प्रदर्शनों पर केंद्र सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। गृह मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि सोनम वांगचुक के “भड़काऊ बयानों” से हालात बिगड़े। सरकार का कहना है कि वांगचुक ने अरब स्प्रिंग और नेपाल में हुए जेन-जेड विरोध प्रदर्शनों का हवाला देकर भीड़ को उकसाया।
सरकार ने ये भी आरोप लगाया कि अधिकारियों और लद्दाखी प्रतिनिधियों के बीच चल रही बातचीत से नाराज “राजनीति से प्रेरित” समूहों ने माहौल को और भड़काने का काम किया। सरकार के मुताबिक, इन बयानों और कार्रवाइयों ने प्रदर्शनकारियों को आक्रोशित किया और अशांति को हवा दी।
सोनम वांगचुक ने शुरू की थी भूख हड़ताल
बताते चलें कि लद्दाख पहले जम्मू-कश्मीर राज्य का हिस्सा था। जिसके बाद पांच अगस्त 2019 को धारा 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेस बना दिया गया था। बाद में यहां पर लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग उठने लगी। प्रदर्शन शुरू होने लगे।
हाल ही की बात करें तो 10 सितंबर को वांगचुक ने कुछ मांगों को लेकर भूख हड़ताल शुरू की थी। उनके साथ 14 और लोग थे जिन्होंने भूख हड़ताल की थी। लेह में बुधवार को हुई हिंसा के बाद सोनम वांगचुक ने भूख हड़ताल खत्म कर दी थी