
उत्तराखंड में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने प्रेसवार्ता कर भाजपा सरकार, राज्य निर्वाचन आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए इसे सरकारी दबाव में कराई जा रही कार्यवाही बताया है। साथ ही राज्यपाल से निर्वाचन आयोग की बर्खास्तगी की मांग की है।
पंचायत चुनाव पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा
माहरा ने कहा कि प्रदेश में पंचायती राज चुनावों से पहले छह महीने तक प्रशासक बैठाए गए, जिससे समयावधि जानबूझकर बढ़ाई गई। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य निर्वाचन आयोग भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं और निष्पक्ष चुनाव कराने में पूरी तरह विफल हैं। माहरा ने कहा, 1950 और 1951 के निर्देशों के तहत आरबीए एक्ट का उल्लंघन हो रहा है।
राजभवन केबाहर उपवास रखेंगे कांग्रेस नेता
कांग्रेस ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) गुरमीत सिंह से निर्वाचन आयोग की बर्खास्तगी की मांग की है। माहरा ने बताया कि 14 जुलाई को राज्यपाल से मिलने का समय नहीं मिला, जिसके बाद 16 जुलाई को पत्र लिखकर बर्खास्तगी की मांग की गई थी। लेकिन अब तक कोई उत्तर नहीं मिला। इसके विरोध में कांग्रेस राजभवन के नजदीक पांच घंटे का उपवास रखने जा रही है।
कांवड़ यात्रा पर भी उठाए सवाल
माहरा ने कांवड़ यात्रा के दौरान हो रही अव्यवस्थाओं पर भी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा में किसी भी श्रद्धालु को रोका नहीं जाना चाहिए, लेकिन इस धार्मिक आयोजन के नाम पर कानून की धज्जियां उड़ रही हैं। माहरा ने दावा किया कि ऋषिकेश में बाहरी लोगों द्वारा एक स्थानीय गुर्जर को धमकाया गया, और अब तक कोई FIR या कार्रवाई नहीं की गई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ऋषिकेश की घटना के आरोपी का संबंध एक पूर्व कैबिनेट मंत्री से है, जिसकी वजह से पुलिस कार्रवाई से बच रही है।
केदारनाथ यात्रा और हेलीकॉप्टर मुद्दा पर उठाये सवाल
माहरा ने बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी पर भी सवाल उठाये हैं। माहरा ने कहा कि मानसून के बीच जब सरकार आम यात्रियों से पैदल जाने की अपील करती है, तब इतने बड़े पद पर बैठा व्यक्ति खुद हेलीकॉप्टर से यात्रा कर नियमों की अवहेलना करता है। माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।