





आज नैनीताल रोड स्थित शहीद पार्क में कांग्रेस नेता ललित जोशी के नेतृत्व में मौन प्रदर्शन का आयोजन हुआ। मौन विरोध में लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और उसके बाद मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मौन विरोध के बाद ललित जोशी ने कहा कि भारत सरकार ने अमेरिका के दबाव में सीज फायर किया है, जिसको ककि भारत सरकार के मंत्री गण या अधिकारी गण के बजाए अमेरिका के राष्ट्रपति ट्वीट करके घोषित कर रहे हैं जो कि हमारे सैन्य बलों का हमारे भारत देश का अपमान है।
कांग्रेस नेता ललित जोशी ने पहलगाम हमले को लेकर केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अब समय युद्ध टालने का नहीं, बल्कि दुश्मन को सबक सिखाने का है। पाकिस्तान के खिलाफ नरमी राष्ट्रहित में नहीं है।
जोशी ने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जिस तरह 1971 में पाकिस्तान को उसकी औकात दिखाई थी, वह आज भी इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। सेना को उन्होंने खुली छूट दी थी — नतीजा यह हुआ कि एक नया देश बना, और पाकिस्तान को घुटनों पर आना पड़ा। आज वही निर्णायक नेतृत्व गायब है।”
उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि “धर्मांधता के जहर में डूबी पाकिस्तान की सियासत को सिर्फ चेतावनी नहीं, ठोस जवाब की जरूरत है। केंद्र सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे — कूटनीति और बयानबाज़ी से देश की सुरक्षा नहीं होती।”
जोशी ने दो टूक कहा कि “युद्ध को टालना हमेशा समझदारी नहीं होती, कई बार जवाब देना ज़रूरी होता है। पीछे हटने की नीति से सिर्फ दुश्मन का हौसला बढ़ता है। आज अगर इंदिरा गांधी जैसी सोच होती, तो पाकिस्तान को फिर वही सबक सिखाया जाता।”
जोशी के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में गर्मी ला दी है। जहां एक ओर कांग्रेस के भीतर इसे “सच्चाई की आवाज़” माना जा रहा है, वहीं सत्ता पक्ष इस तीखे तेवरों पर अब तक चुप है।
कार्यक्रम में पूर्व ब्लॉक प्रमुख भोला भट्ट जी, जया कर्नाटक, भगवती जोशी, पुष्पा तिवारी, चंपा चिलवाल, विशाल भोजक, लाल सिंह पवार, जगमोहन बगड़वाल, दीपक साह, रविन्द्र रावत, कमल धामी, सुमित कुमार, हेमंत साहू, सरपंच राजेश कुमार, आनंद अधिकारी, कौशलेंद्र भट्ट, संदीप भैसोड़ा, सतनाम सिंह, सावन पटनी सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।