
पिछले तीन महीनों से लगातार गिरावट झेल रहा भारतीय शेयर बाजार(Stock Market Update) आखिरकार अब संभलता हुआ नजर आ रहा है। निवेशकों ने भी राहत की सांस ली होगी। बीते हफ्ते सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त रिकवरी देखने को मिली। जिससे निवेशकों का विश्वास भी लौटा है। बाजार करीब दो प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। जहां निफ्टी 22,552.50 और सेंसेक्स 74,332.58 के स्तर पर पहुंच गया।
ग्लोबल फैक्टर्स से बाजार को सहारा (Stock Market Update)
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अनुसंधान अजीत मिश्रा के मुताबिक, “अमेरिकी टैरिफ में देरी और आगे की बातचीत की संभावना की रिपोर्ट के बाद ग्लोबल सेंटीमेंट में सुधार हुआ, जिससे वित्तीय बाजारों को स्थिर करने में मदद मिली है।
इसके अलावा, कमजोर डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने निवेशकों के विश्वास को बढ़ाया है। “मिश्रा ने आगे कहा, “इन कारकों की वजह से सभी क्षेत्रों में व्यापक आधार पर तेजी आई, जिसमें मेटल, एनर्जी और फार्मास्यूटिकल स्टॉक सबसे अधिक लाभ में रहे।”
मिड और स्मॉल-कैप में खरीदारी जारी
कैपिटलमाइंड रिसर्च के कृष्ण अप्पाला का मानना है कि ये रिकवरी व्यापक स्तर पर आई है। “लार्ज कैप अच्छी स्थिति में दिख रहे हैं, निफ्टी 50 का पी/ई 20 गुना से नीचे है, जो ऐतिहासिक मानदंडों के अनुरूप है. कॉरपोरेट बैलेंस शीट मजबूत बनी हुई है और 10-12 प्रतिशत सालाना आय वृद्धि से स्थिरता मिलने की उम्मीद है।”
क्या बाजार की ये तेजी जारी रहेगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि लार्ज कैप फिलहाल अच्छी स्थिति में हैं। लेकिन बाजार की अगली चाल पूरी तरह से ‘अर्निंग रिकवरी’ और समग्र निवेशक भावना पर निर्भर करेगी। आने वाला कारोबारी हफ्ता छुट्टियों के कारण छोटा रहेगा, जिससे ट्रेडिंग वॉल्यूम भी कम रह सकता है।
बाजार पर असर डालने वाले प्रमुख फैक्टर्स:-
- टैरिफ वार्ता का परिणाम
- भू-राजनीतिक तनाव की स्थिति
- अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
विशेषज्ञों की सलाह है कि मौजूदा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सकारात्मक लेकिन सतर्क रुख अपनाना चाहिए। बाजार में अवसर तो हैं, लेकिन उतार-चढ़ाव के जोखिम को भी ध्यान में रखना जरूरी है
