पहाड़ों की रानी मसूरी में मौमृसम साफ होते ही विंटर लाइन का सुंदर नजारा दिखने लगा है। इस नजारे को देखने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक पहुंच रहे हैं। रविवार को विंटर लाइन का ये नजारा पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा।
मसूरी से दिखने लगा विंटर लाइन का नजारा
मसूरी में विंटर लाइन दिखने लगी है। रविवार को इस खूबसूरत नजारे को देखने के लिए पर्यटक उमड़े। माल रोड समेत मसूरी के तमाम जगहों से विंटर लाइन दिखाई दी। माल रोड पर घूम रहे पर्यटकों ने इस सुंदर नजारे को अपने कैमरों में भी कैद किया। हालांकि इस बार मसूरी में बर्फबारी ना होने के कारण सैलानियों की संख्या थोड़ी कम नजर आ रही है।
क्या होती है विंटर लाइन ?
सर्दियों में पहाड़ों पर लाल, पीली और गुलाबी रंगों की लाइनें देखने को मिलती हैं इसे ही विंटर लाइन कहा जाता है। आपको बता दें कि विशेषज्ञ मानते हैं कि ठंड के मौसम में वायुमंडल में नमी और मैदानी क्षेत्रों की धूल एक सीमित ऊंचाई के बाद रुक जाने से एक समानांतर रेखा बन जाती है। शाम के समय धूलकण के अधिक ऊपर उठने पर जब उस पर सूर्य की रोशनी पड़ती है तो वह चमक उठती है। धूलकण जितने ज्यादा होते हैं यह लाइन उतनी ही गहरी दिखाई देती है। इसे ही विंटर लाइन के नाम से जाना जाता है।
स्विट्जरलैंड, मसूरी, मिजोरम व नैनीताल से दिखती है विंटर लाइन
आपको बता दें कि विंटर लाइन एक खास मौसम में ही दिखती है। ये नवंबर से दिसबंर के बीच ही नजर आती है। विंटर लाइन का ये नजारा लगभग दो महीने तक नजर आता है। दुनिया में विंटर लाइन केवल स्विट्जरलैंड, मसूरी, मिजोरम, नैनीताल और इसके आस-पास से ही नजर आती है