प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश के कारण पर्वतीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। चंपावत जिले के पंचेश्वर में आपदा के कारण भारी नुकसान हुआ है। सड़कें और पैदल रास्ते बह गए हैं। सड़क मार्ग ना खुल पाने के कारण डीएम नदी-नाले को पार कर पंचेश्वर में आपदा प्रभावित स्थलों के निरीक्षण के लिए पैदल पहुंचे।
डीएम चंपावत नवनीत पांडे ने जिले के सीमांत पंचेश्वर क्षेत्र के आपदा प्रभावित क्षेत्रों विविल, लुपड़ा, वलचौड़ा, पंथयूंड़ा, पंचेश्वर आदि क्षेत्रों का पैदल भ्रमण कर क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग, के निर्माण कार्यों को युद्ध स्तर पर किए जाने को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से आपदा से हुए नुकसान तथा राहत कार्यों की प्रगति की जानकारी लेने के साथ ही क्षेत्र में आपदा प्रभावितों से बातचीत कर उनकी समस्याओं व मांगों को सुना।
जिलाधिकारी द्वारा आपदा से क्षतिग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को आपदा राहत के कार्यों को तत्परता व समयबद्धता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा मौके पर उपस्थित राजस्व विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को आवशयक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही क्षेत्र में खाद्यान्न पैकेट व आपदा राहत राशि भी वितरित की। इससे साथ ही उन्होंने ने एसएसबी कैंप में भी जाकर क्षेत्र में हुई क्षति की भी जानकारी ली।
जिलाधिकरी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षेत्र में जो भी नुकसान हुआ है तत्काल उसमें राहत राशि वितरित की जाए। साथ ही पुनर्निर्माण के कार्यों को भी युद्ध स्तर पर किया जाए। डीएम नवनीत पांडे ने कहा प्रशासन तेजी से आपदाग्रस्त क्षेत्र में पहुंच रहा है। युद्ध स्तर पर सड़कों को खोलने का कार्य किया जा रहा है। क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं के निर्माण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा आपदा प्रभावित क्षेत्र में जल्द से जल्द फिर निर्माण के कार्य शुरू करवाए जाएंगे