
बच्चा पैदा करना सिर्फ ज़िम्मेदारी नहीं इनाम का सौदा भी बन गया है। चीन ने हाल ही में एक नई घोषणा की है। अगर आपके घर में तीन साल से कम उम्र का बच्चा है तो सरकार हर साल आपको करीब 3,600 युआन यानी लगभग 500 डॉलर की सीधी सब्सिडी देगी। इसका मकसद है देश की गिरती बर्थ रेट को फिर से ट्रैक पर लाना।
बच्चा पैदा करने पर सरकार दे रही पैसा
चीन के लियानजियांग शहर में तो इस स्कीम को और भी आगे बढ़ा दिया गया है। यहां 1 सितंबर 2021 के बाद पैदा हुए बच्चों के माता-पिता को हर महीने लगभग 510 डॉलर तक की सहायता मिलती है। जैसे-जैसे बच्चा ढाई साल का होता है ये रकम 15,000 डॉलर से भी ज्यादा हो सकती है।
चीन की इस नीति के पीछे बढ़ती बुजुर्ग आबादी और घटती नई पीढ़ी वजह है। लेकिन दिलचस्प बात ये है कि ये खेल सिर्फ चीन का नहीं है। कई और देश भी हैं जो ‘बच्चा पैदा करने पर इनाम’ की नीति अपना रहे हैं।
रूस में स्कूल की छात्रा भी बने मां तो मिलेंगे पैसे
रूस में स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि सरकार अब स्कूली छात्राओं को भी बच्चे जन्म देने के लिए आर्थिक मदद देने लगी है। अगर कोई छात्रा मां बनने के बाद बच्चे को जन्म देती है और उसकी देखभाल करती है। ऐसे में उसे एक लाख रूबल यानी कि करीब 90,000 रुपए की सहायता दी जाती है।
जापान में बच्चा भी और बोनस भी
जापान की सरकार तो इस मामले में काफी क्रिएटिव हो गई है। अगर कोई परिवार टोक्यो जैसी भीड़भाड़ वाली जगह छोड़कर छोटे शहरों में बसता है तो उसे प्रति बच्चा करीब 6 लाख रुपये तक मिल सकते हैं।
नाकानोशिमा जैसे इलाकों में ये फायदे और भी बढ़ जाते हैं। वहां पहले बच्चे पर एक लाख येन और चौथे बच्चे पर 10 लाख येन यानि करीब 5.8 लाख रुपए तक की मदद दी जाती है।
ऑस्ट्रेलिया में बेबी बोनस
ऑस्ट्रेलिया भी इस रेस में पीछे नहीं है। यहां सरकार अलग-अलग स्कीम्स के ज़रिए नवजात के माता-पिता को सालाना AUD 10,000 यानी करीब 5.4 लाख रुपए तक की मदद देती है। बेबी बोनस जैसी योजनाएं यहां खूब पॉपुलर हैं।
और भी कई देश हैं इस लिस्ट में
फ्रांस, नॉर्वे, फिनलैंड और जर्मनी जैसे विकसित देश भी जन्मदर में गिरावट से जूझ रहे हैं। यही वजह है कि ये सरकारें भी बच्चों के जन्म पर सीधी आर्थिक सहायता देती हैं। मेटरनिटी बेनिफिट, चाइल्ड अलाउंस, डे केयर सपोर्ट जैसी योजनाओं के ज़रिए ये देश लोगों को फैमिली बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।