
Premanand Maharaj Viral Video: दावन के जाने-माने संत प्रेमानंद महाराज आए दिन सुर्खियों में बने रहते है। लेकिन हाल ही में उन्होंने एक ऐसा बयान दिया जिसके चलते वो चर्चाओं में आ गए। एक निजी बातचीत के दौरान Premanand Ji Maharaj ने कहा, “आज के समय में 100 में से मुश्किल से दो-चार लड़कियां ही पवित्र होती हैं, बाकी सभी बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड के चक्कर में लगी हुई हैं।”
उनके इसी बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिससे एक नया विवाद खड़ा हो गया। बता दें कि प्रेमानंद महाराज से पहले कथा वाचक अनिरूद्धाचार्य (Aniruddhacharya) ने भी लड़कियों को लेकर एक टिप्पणी की थी। जिसको लेकर उन्हें काफी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था।

ये क्या बोल गए प्रेमानंद महाराज! Premanand Maharaj Viral Video
Premanand Maharaj ने कहा, “अगर कोई युवक 4 लड़कियों से संबंध बनाता है, तो वह अपनी पत्नी से संतुष्ट नहीं रह पाएगा, क्योंकि उसे व्यभिचार की आदत लग चुकी होती है। इसी तरह, जो लड़की 4 पुरुषों से संबंध बना चुकी है, उसके अंदर एक पति को स्वीकार करने की हिम्मत नहीं रहती।” इसके बाद उन्होंने आगे कहा,”100 में से मुश्किल से दो-चार कन्याएं ही ऐसी होती हैं जो पवित्र जीवन जीकर किसी एक पुरुष को समर्पित होती हैं।”
video link- https://youtu.be/u_OCJPOOLAI?si=r3DObXU9NgCWu4lR
युवाओं के रिश्तों को लेकर चिंतित है प्रेमानंद जी महाराज
प्रेमानंद जी महाराज ने अपने इस बयान में आज कल के युवाओं को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग ना तो सच्चे पति और ना ही सच्ची बहुएं बन सकते हैं। उनका यही बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसको लेकर हड़कंप मच गया। इसपर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है। कई लोगों ने इसको, महिलाओं के खिलाफ छोटी सोच और अपमानजनक बताया।
हो रही काफी आलोचना
संत प्रेमानंद महाराज के इस बयान के बाद उनकी काफी आलोचना हो रही है। लोग उनकी धार्मिक शिक्षाओं के चलते उनका सम्मान करते हैं। तो वहीं इस बयान के बाद लोगों के बीच नाराजगी फैल गई है। कई लोग इसे महिलाओं की गरिमा पर चोट बता रहे हैं। तो वहीं कुछ इस बयान को महिलाओं के प्रति समाज में नकारात्मक सोच को बढ़ावा देने की बात कर रहे हैं।
अनिरुद्धाचार्य मांग चुके माफी
बताते चलें कि इससे पहले कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने भी विवादित बयान दिया था। महिलाओं के ऊपर टिप्पणी करते हुए वो चर्चा का विषय बन गए थे। महिला संगठनों ने उनके बयान को भड़काऊ और संविधान-विरोधी कहा था। जिसके बाद महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया। इस बयान के बाद अनिरुद्धाचार्य को देश भर में ट्रोल किया जा रहा था। जिसके बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी।