

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सोमवार को इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में जो मंजर देखने को मिला उसने मेरठ के चर्चित सीमेंट मर्डर केस की याद ताजा कर दी। यहां एक सूटकेस के अंदर लाश मिलने की सनसनी फैल गई। जब पुलिस ने उस सूटकेस को खोला तो अंदर जो था वो रोंगटे खड़े कर देने वाला था। एक युवक की गर्दन कटी लाश जिसे सीमेंट से लपेट कर छुपाने की कोशिश की गई थी।
ऐसी हेवानियत! युवक की गर्दन कटी लाश
इस दिल दहला देने वाली वारदात की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को ज्यादा वक्त नहीं लगा। जांच में जो सामने आया वो और चौंकाने वाला था। इस हत्या का मास्टरमाइंड कोई अपराधी नहीं बल्कि एक वकील निकला। अंकित उपाध्याय जो एक रिटायर्ड एएसआई का बेटा है।
उसके साथ उसकी पत्नी शिवानी शर्मा भी इस पूरे मामले में शामिल पाई गई। दोनों ने वारदात को अंजाम देने के बाद रायपुर से दिल्ली तक भागने की कोशिश की। लेकिन सीसीटीवी फुटेज में दोनों का चेहरा कैद हो चुका था। जिसकी मदद से पुलिस ने दिल्ली से उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पहले गला रेता, फिर प्लास्टर में लपेटा
मृतक की पहचान किशोर पैंकरा के रूप में हुई है। आरोपी दंपति ने पहले किशोर का धारदार हथियार से गला काटा। इसके बाद शव को एक बड़े सूटकेस में ठूंसकर उस पर मोटा सीमेंट का लेप चढ़ा दिया गया। ताकि लाश से बदबू न फैले। लेकिन गर्मी और समय के साथ जब दुर्गंध फैलनी शुरू हुई, तो आरोपी सूटकेस को एक सुनसान जगह छोड़कर फरार हो गए।
कब, कहां और कैसे पता चला मामला
घटना का खुलासा तब हुआ जब कॉलोनी के लोगों ने दुर्गंध की शिकायत की। पुलिस ने जब मौके पर पहुंचकर ट्रंक को खुलवाया तो अंदर सड़ी हुई लाश मिली। जिसके ऊपर सीमेंट की परत थी। साफ था कि हत्या को छिपाने की पूरी कोशिश की गई थी।
मेरठ जैसा मामला लेकिन प्लॉट अलग
इस तरह की वारदात पहले भी मेरठ में सामने आई थी। जहां महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को सीमेंट से ढक दिया था। रायपुर की घटना भी उसी पैटर्न पर चली है बस चेहरे और मंशाएं बदली हैं।
पुलिस की गिरफ्त में है पति-पत्नि
फिलहाल अंकित और शिवानी पुलिस की गिरफ्त में हैं और उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि हत्या की असली वजह क्या थी रंजिश, धोखा या कोई और गहरा राज?
