

नई दिल्ली के इंदिरा भवन में उत्तराखंड कांग्रेस को लेकर एक बेहद अहम बैठक हुई। जिसमें प्रदेश की संगठन को मजबूत करने, आगामी रणनीति और आंतरिक मतभेदों पर खुलकर चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी(Rahul Gandhi) और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल(K.C. Venugopal ) ने की। प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा(Kumari Selja), सहप्रभारी सुरेंद्र शर्मा और उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता भी इस बैठक में मौजूद रहे।

दिल्ली मे हुई बैठक में राहुल गांधी का सख्त संदेश
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने प्रदेश नेताओं को साफ तौर पर चेतावनी दी कि अब पार्टी के बड़े नेताओं और पार्टी के खिलाफ बयानबाज़ी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा को इस पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं।

अब पार्टी विरोधी बयान पर होगी कार्रवाई
राहुल गांधी ने साफ कहा कि सबको एकजुट होकर 2027 की तैयारी में जुटना होगा। उन्होंने ये भी कहा कि लड़ाई बीजेपी से है ना कि एक-दूसरे से। महिला अपराधों, बेरोजगारी और जनहित से जुड़े मुद्दों पर कांग्रेस को जनता के बीच दिखना चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का साफ बयान
सूत्रों की माने तो बैठक में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आलाकमान से स्पष्टता की मांग की। उन्होंने कहा कि बार-बार उनके हटने की अटकलें पार्टी की साख को नुकसान पहुंचा रही हैं। अगर पार्टी कोई फैसला लेना चाहती है, तो जल्द ले ताकि 2027 की रणनीति बिना किसी असमंजस के बनाई जा सके।

क्षेत्रीय संतुलन की मांग
तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और हरक सिंह रावत ने गढ़वाल-कुमाऊं क्षेत्रीय संतुलन का मुद्दा उठाया। दोनों नेताओं ने मांग की कि पदों और जिम्मेदारियों में दोनों क्षेत्रों को समान महत्व मिले। वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह ने भी कहा कि पार्टी जो भी फैसला लेगी, वे और उनके समर्थक उसके साथ खड़े रहेंगे। हम सब एक हैं।