

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव का सीधा असर अब डिजिटल कंटेंट पर भी साफ दिखाई देने लगा है। 8 मई को सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने एक अहम एडवाइजरी जारी करते हुए सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया कंपनियों को निर्देश दिया है। वे भारत में किसी भी तरह का पाकिस्तानी कंटेंट दिखाना बंद करें।
भारत में नहीं चलेगा ‘मेड इन पाकिस्तान, लगाया बैन
सरकार की तरफ से साफ किया गया है कि इस बैन के दायरे में पाकिस्तानी वेब सीरीज, फिल्में, गाने, पॉडकास्ट और दूसरी हर तरह की स्ट्रीमिंग सामग्री आती है। चाहे वो फ्री में चल रही हो या सब्सक्रिप्शन के ज़रिए… अब भारत में इसे दिखाने की इजाज़त नहीं होगी।
एडवाइजरी में क्या कहा गया है?
एडवाइजरी में कहा गया है— “राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से यह अपेक्षा है कि वे पाकिस्तान में तैयार की गई किसी भी डिजिटल सामग्री का प्रसारण भारत में तुरंत प्रभाव से रोक दें।”
सरकार ने इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह भी बताई है— पाकिस्तान में मौजूद कई सरकारी और गैर-सरकारी तत्व बार-बार भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। हाल ही में 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले का भी ज़िक्र किया गया जिसमें कई भारतीय और नेपाली नागरिकों की जान गई थी।
आईटी रूल्स का हवाला
सरकार ने आईटी नियम 2021 का भी ज़िक्र किया, खासकर पार्ट-III और पार्ट-II के नियम 3(1)(बी) का। इसमें कहा गया है कि सभी डिजिटल इंटरमीडियरीज यानी सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की जिम्मेदारी है कि वे ऐसी कोई भी जानकारी या कंटेंट अपने प्लेटफॉर्म पर न रहने दें जो देश की एकता, सुरक्षा, संप्रभुता या सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा बने। सरकार ने बिना कोई ढील दिए ये स्पष्ट कर दिया है कि अब देश के अंदर पाकिस्तान की सांस्कृतिक घुसपैठ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चाहे वो स्क्रीन पर ही क्यों न हो