सीएम धामी ने प्रदेश की सड़कों को 15 अक्टूबर तक गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए थे। लकिन 15 अक्टूबर की तारीख बीत जाने के बाद भी प्रदेश की सड़कों पर गड्ढे हैं। जिस पर सीएम धामी ने नाराजगी जताई है। तय समय में सड़कों के गड्ढे नहीं भरने के बाद सीएम ने अब इन्हें भरने के लिए 15 दिन का और समय दिया है।
वॉर्निंग के बाद भी सड़कों में गड्ढे होने से सीएम धामी नाराज
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोक निर्माण विभाग को समय दिया था कि 15 अक्टूबर तक प्रदेश की सभी सड़कों के गड्ढे भर दिए जाएं। लेकिन 15 अक्टूबर बीतने के बाद भी प्रदेश में 536 किलोमीटर सड़कों में अभी तक पैच वर्क पूरा नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इस मामले में नाराजगी व्यक्त की है और उन्होंने अगले 15 दिन यानी 31 अक्टूबर तक लोक निर्माण विभाग को प्रदेश की सभी सड़कों में पैच वर्क पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
15 अक्टूबर तक भरे जाने थे सभी गड्ढे
उत्तराखंड में 2429.56 किलोमीटर सड़क में पैच वर्क पूरा होना था। अभी तक प्रदेश में 2316.46 किलोमीटर सड़क पर ही पेचवर्क पूरा हो पाया। देहरादून में सबसे ज्यादा 96.25% कार्य पूरा हुआ। लेकिन हल्द्वानी में 63.80 प्रतिशत पैच वर्क ही पूरा हो पाया है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मामले पर सरकार से चुटकी लेते हुए कहा है कि प्रदेश में नहीं ये नहीं पता चला कि गड्ढों में सड़क है या सड़क में गड्ढे हैं। प्रदेश की सड़कों की हालत बहुत खराब है
सड़कों में गड्ढों को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर कसा तंज
गड्ढा मुक्त सड़कों को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर तंज कसा है। उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक प्रीतम सिंह ने कहा है की लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज गड्ढा मुक्त एप लाए थे। उसे कितना फायदा हुआ ये महाराज ही जानते होंगे। सड़कों की हालत किसी से भी छिपी नहीं है।