बीते 31 जुलाई की रात को बादल फटने के बाद आई दैवीय आपदा से चारधाम यात्रा का मुख्य मार्ग घनसाली-तिलवाड़ा-रुद्रप्रयाग मार्ग पर मुयालगांव के पास क्षतिग्रस्त पुलिया की जगह बैली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. मुयाल गांव के पास मोटर पुल बह जाने से लोगों को आवागमन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. हालांकि वैकल्पिक रिंग रोड मार्ग से वाहनों का संचालन हो रहा था.
लोनिवि के ईई दिनेश चंद्र नौटियाल ने बताया कि रविवार शाम को पुल का लोड टेस्टिंग सफल रहा. महज तीन दिन के भीतर विभाग के इंजीनियरों ने यह सफलता पाई है. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बैली ब्रिज तैयार करने के लिए इंजीनियरों की टीम को बधाई दी है. डीएम ने कहा कि आपदा पुनर्निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है.
चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को मिलेगी सुविधा
मौके पर पहुंचे विधायक शक्ति लाल शाह ने कहा कि घनसाली-तिलवाड़ा मार्ग पर यातायात सुचारू होने से लोगों को आवागमन में अब किसी तरह की परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। ऐसा पहली बार हुआ है जब 25 मीटर बैली ब्रिज महज 72 घंटे में बनकर तैयार हुआ है. पुल बनने से स्थानीय लोगों के साथ ही चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी