आशुतोष नेगी के गिरफ्तार होने पर अंकिता के परिजन कोर्ट परिसर में ही फूट फूट को रोने लगे। अंकिता की मां ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस दौरान अंकिता की मां की तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद किसी तरह से अंकिता की मां ने होश संभाला।
पौड़ी जिला एवं सत्र न्यायालय पहुंचे अंकिता भंडारी के परिजन कोर्ट परिसर में ही फूट फूट को रोने लगे। बता दें कि अंकिता भंडारी मर्डर केस में अंकिता के परिजनों के साथ मिलकर अंकिता के लिए न्याय की मांग कर रहे और अंकिता मर्डर केस के आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे पत्रकार आशुतोष नेगी को पुलिस ने एससी एसटी एक्ट में गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया। कोर्ट ने 15 मार्च तक आशुतोष नेगी को रिमांड में जेल भेज दिया है।
कोर्ट का फैसला आते ही अंकिता के परिजनो कोर्ट में ही रोने लगे है और पत्रकार आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी को एक सोची समझी साजिश करार दिया। दरअसल पुलिस ने शिकायतकर्ता राजेश राजा कोली की लिखित शिकायत पर आशुतोष नेगी को गिरफ्तार किया।
शिकायतकर्ता राजेश राजा कोली ने आरोप लगाए थे की पत्रकार आशुतोष नेगी समेत चार अन्य लोगों ने उसके लिए जातिसूचक शब्द का प्रयोग किया था। जिस पर एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आशुतोष नेगी और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश किया और कोर्ट के फैसले के बाद दोनो को जेल भेजा दिया गया है।
अंकिता भंडारी के परिजनों को आस थी कि आशुतोष नेगी न्याय मिलने तक इस लड़ाई को उनके साथ आगे भी लड़ते रहेंगे। लेकिन आशुतोष नेगी के जेल जाते ही परिवार की आस अब टूटती नजर आ रही है। अंकिता के पिता ने सरकार पर आरोप लगाते हुए इसे एक सोची समझी साजिश करार दिया है।
उन्होंने अब श्रीनगर में अपने आंदोलन को उग्र करने की बात कही है। वहीं इस के विवेचक सीओ कोटद्वार विभव सैनी ने कहा की इस केस को अन्य केस से जोड़कर न देखा जाए। आशुतोष नेगी को जेल एससी एसटी एक्ट की धाराओं में जेल भेजा गया है।