राज्य में चुनाव का मौसम आया नहीं कि सूबे की सियासत में पाला बदलने, मेंटल गेम खेलने का काम राजनीतिक पार्टियों में शुरु हो गया है। अब उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री रहे दिनेश धनै ने अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय करा दिया है।
दरअसल पिछले दिनों दिनेश धनै ने अपनी उत्तराखंड जन एकता पार्टी के बीजेपी में विलय का ऐलान किया था। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से देहरादून बीजेपी कार्यालय पहुंचने का आह्लान किया था। आज दिनेश धनै ने अपनी पार्टी का विलय बीजेपी में करा दिया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दिनेश धनै को पार्टी में शामिल कराया।
आपको बता दें कि दिनेश धनै 2012 से 2017 तक निर्दलीय विधायक के तौर पर जीत कर आए थे और कांग्रेस की हरीश रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। टिहरी से आने वाले दिनेश धनै की राजनीतिक टिहरी के आसपास ही राजनीति करते रहे हैं। उनके बेटे कनक धनै भी राजनीति करते हैं और उत्तराखंड जन एकता पार्टी के नेता के तौर पर राजनीतिक पहचान बना रहे थे।
आपको बता दें कि तकरीबन एक साल पहले दिनेश धनै के बेटे कनक धनै पर एक युवती के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा था। कनक धनै पर आरोप लगाने वाली युवती ने अपने आरोपों में सोशल मीडिया पर जान पहचान होने और फिर मुलाकात के दौरान मारपीट और दुष्कर्म का आरोप लगा था। इस मामले में कोर्ट में बयान भी दर्ज किए गए थे।
वहीं दिनेश धनै के बीजेपी में आने के बाद अब बीजेपी टिहरी में ओवरलोड दिख रही है क्योंकि वहां पहले से ही उसके पास कांग्रेस से आए किशोर उपाध्याय मौजूद हैं जो मौजूदा विधायक भी हैं। इसके साथ ही 2022 में दिनेश धनै ने अपनी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी। बीजेपी के किशोर उपाध्याय महज 951 वोटों से सीट निकाल पाए थे। अब दिनेश धनै के आने के बाद बीजेपी को टिहरी में अपना लोड संभाल पाना एक चुनौती होगी।