उत्तराखण्ड हल्द्वानी

हल्द्वानी -नजूल भूमि पर बने अवैध निर्माण को तोड़ने पहुंची नगर निगम की टीम को करना पड़ा विरोध का सामना,घंटे की मकसद के बाद हुआ ध्वस्त

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कुमाऊं का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले हल्द्वानी में आज के समय में दिन पर दिन अतिक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं इसी क्रम में एक बड़ी खबर अतिक्रमण को लेकर हल्द्वानी के सुभाष नगर आवास विकास से सामने आ रही है बता दे कि यहां नजूल की भूमि पर अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची नगर-निगम की टीम को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा।

करीब तीन घंटे तक हंगामा चलता रहा। अधिकारियों के काफी समझाने पर विरोध करने वाले शांत हुए। इसके बाद ही अवैध निर्माण तोड़ा जा सका। हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश भी कार्रवाई का विरोध करने पहुंचे थे, लेकिन टीम के पास कोर्ट के दस्तावेज देख वह भी शांत हो गए। देर शाम दुकान और उसके अंदर बने कमरों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।

नैनीताल रोड स्थित सुभाषनगर इलाके में हनुमान मंदिर के पास बनी एक टीन शेड दुकान और दो कमरों में जहीर बख्श और उनका परिवार रह रहा था। जहीर ने बताया कि करीब 70 वर्ष पहले उनके पिता नूर बख्श ने एक महिला से 5000 रुपये में यह खरीदा था।

तब से उनका परिवार यहां रहता आ रहा है। चार अक्तूबर को उन्हें नगर निगम का नोटिस मिला था। नोटिस में नजूल की भूमि पर बनी सार्वजनिक सड़क के हिस्से पर कब्जा करने की बात कही गई थी। तीन दिन में जगह खाली करने को कहा गया था। दिए समय में भी जहीर ने जगह खाली नहीं की और कपड़े प्रेस करने का काम जारी रखा।

शनिवार दोपहर 3 बजे सह नगर आयुक्त गणेश भट्ट, कर अधीक्षक महेश भट्ट व अन्य अधिकारी जेसीबी लेकर निर्माण ध्वस्त करने पहुंचे। जेसीबी देखते ही परिवार वालों ने हंगामा शुरू कर दिया और निगम की कार्रवाई को रोक दिया। सूचना मिलते ही हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश भी मौके पर पहुंचे और विरोध करने लगे।

विवाद बढ़ता देख सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय और एसपी सिटी हरबंस सिंह भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। करीब तीन घंटे तक चले हंगामे के बाद अधिकारियों की मौजूदगी में निगम का बुलडोजर चला और निर्माण को ध्वस्त किया गया।