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mahakumbh stampede : धामी सरकार ने जारी किया उत्तराखंड के श्रद्धालुओं के लिए टोल फ्री नंबर

mahakumbh stampede : प्रयागराज में महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर संगम पर अचानक भगदड़ मच गई. हादसे में 14 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. जबकि 50 से ज्यादा तीर्थयात्री घायल हो गए. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयागराज हादसे पर दुख जताया है. इसके साथ ही उत्तराखंड के श्रद्धालुओं के […]

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Delhi Vs Railways: कब है विराट कोहली का रणजी मैच?, कहां देखे ‘फ्री’ में लाइव मुकाबला?

भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली (Virat Kohli) एक लंबे वक्त के बाद रणजी ट्रॉफी 2024-25( Ranji Match) में खेलते नजर आएंगे। दिल्ली की टीम से खेलते हुए वह रेलवे के खिलाफ मुकाबले में मैदान में उतरेंगे। इस मैच के लिए उन्होंने नेट्स पर अभ्यास भी शुरू कर दिया है। अब सवाल ये है कि […]

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महाकुंभ में भगदड़ के बाद हालात काबू में, अमृत स्नान शुरू, हेमा मालिनी ने संगम में लगाई डुबकी

प्रयागराज महाकुंभ में 28 जनवरी की रात मची भगदड़ (Stampede in maha kumbh) के बाद हालात अब नियंत्रण में आ गए हैं। प्रशासन और सुरक्षा बलों की निगरानी में सभी 13 अखाड़ों ने अमृत स्नान शुरू कर दिया है। मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान कर रहे हैं। […]

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उत्तराखंड के तीन जिलों में बारिश-बर्फबारी का अलर्ट, कड़ाके की ठंड के लिए रहें तैयार

उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम करवट बदलने वाला है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के तीन पर्वतीय जिलों के लिए बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है. ऐसे में लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है. उत्तराखंड के तीन जिलों में बारिश-बर्फबारी का अलर्ट मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के ओर से जारी […]

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Video-महाकुंभ में भगदड़, कई लोगों की मौत की खबर, अखाड़ों ने रद्द किया शाही स्नान,देखे video

प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पर्व पर संगम स्नान के लिए भारी उमड़ने से भगदड़ मच गई है। भगदड़ में कई लोगों के मरने की खबर है। हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। उधर राहत बचाव कार्य जारी हैं। पीएम मोदी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से बात की है और हालात का […]

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जेल में होगी नैनीताल दुग्ध संघ की बोर्ड बैठक, कांग्रेस ने ली चुटकी

पूर्व बीजेपी नेता व नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा महिला से दुष्कर्म मामले और उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ के मामले में जेल में बंद हैं. कोर्ट के आदेश के बाद 5 फरवरी को नैनीताल दुग्ध संघ की बोर्ड बैठक जेल में होगी. जिस पर कांग्रेस ने चुटकी ली है. जेल में होगी […]

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Sanam Teri Kasam : पर्दे पर एक बार फिर लौट रही सनम तेरी कसम, इस दिन होगी रिलीज

आज कल पुरानी फिल्मों के दोबारा रिलीज होने का सिलसिला तेज़ी से बढ़ रहा है। कई फिल्मों ने दोबारा सिनेमाघरों में आकर ना सिर्फ दर्शकों का दिल जीता है बल्कि अच्छी कमाई भी की है। ऐसे में हर्षवर्धन राणे (Harshvardhan Rane) और पाकिस्तानी एक्ट्रेस मावरा होकेन की भावुक प्रेम कहानी सनम तेरी कसम (Sanam Teri […]

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भक्ति का सुगंध बिखेरते हुए 58वें निरंकारी सन्त समागम का सफलतापूर्वक समापन

जीवन का उद्देश्य केवल भौतिक उपलब्धियों में नहीं बल्कि आत्मिक उन्नति में निहित है – सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज हल्द्वानी 28 जनवरी, 2025:- ‘‘जीवन का उद्देश्य केवल भौतिक उपलब्धियों में नहीं बल्कि आत्मिक उन्नति में निहित है।’ये उद्गार निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने महाराष्ट्र के 58वें वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के तीसरे एवं समापन दिवस पर लाखों की संख्या में उपस्थित मानव परिवार को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस तीन दिवसीय समागम का कल रात विधिवत रूप में सफलता पूर्वक समापन हो गया। सतगुरु माता जी ने आगे कहा कि मनुष्य जीवन को इसलिए ऊँचा माना गया है, क्योंकि इस जीवन में आत्मज्ञान प्राप्त करने की क्षमता है। परमात्मा निराकार है, और इस परम सत्य को जानना मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य होना चाहिए। अंत में सतगुरु माता जी ने फरमाया कि जीवन एक वरदान है और इसे परमात्मा के साथ हर पल जुड़कर जीना चाहिए। जीवन के हर पल को सही दिशा में जीने से ही हमें आत्मिक सन्तोष एवं शान्ति मिल सकती है, हम असीम की ओर बढ़ सकते हैं। इसके पूर्व समागम के दूसरे दिन सतगुरु माता जी ने अपने अमृत वचनों में कहा कि जीवन में भक्ति के साथ कर्तव्यों के प्रति जागरुक रहकर संतुलित जीवन जियें यह आवाहन सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने पिंपरी पुणे में आयोजित 58वें वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के दूसरे दिन शाम को सत्संग समारोह में विशाल रूप में उपस्थित श्रद्धालुओं को किया। सतगुरु माताजी ने फरमाया कि जैसे एक पक्षी को उड़ने के लिए दोनों पंखों की आवश्यकता होती है, वैसे ही जीवन में भक्ति के साथ साथ अपनी सामाजिक एवं पारिवारिक जिम्मदारियों को निभाना अति आवश्यक है। यदि कोई केवल भक्ति में ही लीन रहते हैं और कर्मक्षेत्र से दूर भागने का प्रयास करते हैं तो जीवन संतुलित बनना सम्भव नहीं। दूसरी तरफ भक्ति या आध्यात्मिकता से किनारा करते हुए केवल भौतिक उपलब्धियों के पीछे भागने से जीवन को पूर्णता प्राप्त नहीं हो सकती। सतगुरु माताजी ने आगे समझाया कि वास्तव में भक्ति और जिम्मेदारियों का निर्वाह का संतुलन तभी सम्भव हो पाता है जब हम जीवन में नेक नीयत, ईश्वर के प्रति निष्काम निरिच्छित प्रेम और समर्पित भाव से सेवा का जज्बा रखें। केवल ब्रह्मज्ञान प्राप्त करना काफी नहीं, बल्कि उसे अपने जीवन में अपनाना भी आवश्यक है। एक उदाहरण के द्वारा सतगुरु माता जी ने समझाया कि जैसे कोई दुकानदार अपने काम को पूरी ईमानदारी और संतुलन के साथ करता है, ग्राहक को मांग के अनुसार सही नापतोल करके माल देता है और उसका उचित मूल्य स्वीकारता है। अपने कार्य में पूरी तरह से संतुलन बनाए रखता है। इसी तरह भक्त परमात्मा से जुड़कर हर कार्य उसके अहसास में करता रहता है, सत्संग सेवा एवं सिमरण को प्राथमिकता देता है, यही वास्तविकता में भक्ति का असली स्वरूप है। इसके पहले आदरणीय निरंकारी राजपिता रमित जी ने अपने विचारों में कहा कि भक्ति का उद्देश्य परमात्मा के साथ एक प्रेमपूर्ण नाता जोड़ने का हो। इसके लिए संतों का जीवन हमारे लिए प्रेरणास्रोत होता है जो हमें अपनी आत्मा का मूल स्वरूप परमात्मा को जानकर जीवन का विस्तार असीम सच्चाई की ओर बढ़ाने की शिक्षा देता है। आपने बताया कि हमें अपनी आस्था और श्रद्धा को सच्चाई की ओर मोड़ना चाहिए और हर पल कदम में परमात्मा के प्रेम को महसूस करना चाहिए तभी सही मायनो में भक्ति का विस्तार सार्थक होगा। समागम की कुछ झलकियां कवि दरबार             समागम के तीसरे दिन एक बहुभाषी कवि दरबार का आयोजन किया गया जिसमें जिसका विषय था ‘विस्तार – असीम की ओर।’महाराष्ट्र के अतिरिक्त देश के विभिन्न स्थानों से आए हुए 21 कवियों ने मराठी, हिन्दी, अंग्रेजी, कोंकणी, भोजपुरी आदि भाषाओं में इस कवि दरबार में काव्य पाठ करते हुए मिशन के दिव्य सन्देश को प्रसारित किया। श्रोताओं द्वारा कवियों की भूरि भूरि प्रशंसा की गई।             मुख्य कवि दरबार के अतिरिक्त समागम के पहले दिन बाल कवि दरबार एवं दूसरे दिन महिला कवि दरबार का आयोजन लघु रूप में किया गया। इन दोनों लघु कवि दरबार कार्यक्रमों में मराठी, हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषाओं के माध्यम से 6 बाल कवि एवं 6 महिला कवियों ने काव्य पाठ किया जिसकी श्रोताओं द्वारा अत्यधिक प्रशंसा की गई।  निरंकारी प्रदर्शनी समागम में ’विस्तार-असीम की ओर’इस मुख्य विषय पर आधारित निरंकारी प्रदर्शनी श्रोताओं के लिए मुख्य आर्कषण का केन्द्र बनी रही। इस दिव्य प्रदर्शनी को मूलतः दो भागों में विभाजित किया गया था जिसके प्रथम भाग में भक्तों को मिशन के इतिहास, विचारधारा एवं सामयिक गतिविधियों के अतिरिक्त सतगुरु द्वारा देश व विदेशों में की गई दिव्य कल्याणकारी प्रचार यात्राओ की पर्याप्त जानकारी दी गई थी। द्वितीय भाग में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग के सभी उपक्रमों व गतिविधियों को दर्शाया गया था जिसमें प्रोजेक्ट वननेस जो पुरे भारतवर्ष में चल रहे है उसके सम्बंधित कुछ विशेष मॉडल्स इस प्रदर्शनी का केंद्रबिंदू बने रहे। इसके अतिरिक्त प्रोजेक्ट अमृत और निरंकारी इंस्टिट्यूट ऑफ म्यूजिक एंड आर्ट्स को देखने के लिए श्रद्धालु जन उत्साहित दिखाई दिए।    कायरोप्रॅक्टिक शिविर समागम में काईरोप्रैक्टिक तकनीक के द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ का शिविर आयोजित किया गया। यह तकनीक पूर्ण तोर पर रीढ़ की हड्डी से जुडी है। इस तकनीक द्वारा हर रोज लगभग हजार लोग समागम में इस सेवा का लाभ उठा रहे थे। ऑस्ट्रेलिया, यूनाईटेड किंगडम, फ्रांस, अमेरिका के 18 डॉक्टरों की टीम समागम ग्राउंड में अपनी निस्वार्थ सेवाएं प्रदान कर रही थी। इस वर्ष करीब 3500 से अधिक जरुरतमंद श्रद्धालुओं ने इस स्वास्थ्य सुविधा का लाभ प्राप्त किया। निःशुल्क डिस्पेन्सरी समागम स्थल पर 60 बिस्तर का एक अस्पताल बनाया गया था जिसमें किसी को कोई गंभीर समस्या आने पर आईसीयू की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई थी। इसके अतिरिक्त समागम स्थल पर तीन स्थानों पर होम्योपैथी डिस्पेंसरी की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी जिसमें रोजाना 3 से 4 हजार जरुरतमंद श्रद्धालु लाभ प्राप्त कर रहे थे। समागम स्थल पर 11 एम्बुलेंस रखी गई थी। वाय.सी.एम.ए.अस्पताल और डी.वाय.पाटिल  अस्पताल द्वारा भी अपनी डिस्पेन्सरीज की सेवायें उपलब्ध कराई गई थी। इन डिस्पेंसरियों में 282 डॉक्टर्स की टीम एवं लगभग 450 सेवादल स्वयंसेवक अपनी सेवाएं दे रहे थे। लंगर             समागम में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क लंगर की व्यवस्था तीन स्थानों पर  की गई थी जिसमें सतगुरु प्रवचन के के अलावा 24 घंटे लंगर उपलब्ध किया जा रहा था। इस लंगर व्यवस्था में 72 क्विंटल चावल एक ही समय पर पकाने की क्षमता थी। 70 हजार श्रद्धालु एक ही समय भोजन कर सकते थे। इसके अतिरिक्त अत्यधिक रियायति दरों पर 4 कॅन्टीन्स  की व्यवस्था की गई थी जिसमें अल्पाहार, मिनरल वाॅटर एवं चाय-काॅफी इत्यादि सामग्री प्राप्त हो रही थी।

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नेशनल गेम्स के उद्घाटन पर कैसा रहेगा देहरादून का मौसम?, IMD ने जारी किया पूर्वानुमान

उत्तराखंड में आज से नेशनल गेम्स का आगाज होने जा रहे है. इस दौरान बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल, पांडवज बैंड और पवनदीप राजन जैसे कलाकार राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ पर अपने सुरों से समां बांधेंगे. 25 हजार लोग इस भव्य ओपनिंग सेरेमनी में शिरकत करने वाले हैं. ऐसे में सभी लोग जानना चाहते होंगे की […]

उत्तराखण्ड

नेशनल गेम्स का काउंटडाउन शुरू : जुबिन नौटियाल समेत ये कलाकार बांधेंगे कार्यक्रम में समां

38वें राष्ट्रीय खेलों के इंतजार की घड़ियां खत्म हो चुकी हैं. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेशनल गेम्स (National games) का उद्घाटन करेंगे. भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा बीते सोमवार को ही देहरादून पहुंच चुकी है. उत्तराखंड पहली बार करेगा राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी देश-दुनिया की नजरें इस वक्त देवभूमि उत्तराखंड पर हैं. आज उत्तराखंड में […]