
देहरादून में 15 और 16 सितंबर की दरमियानी रात को आई तबाही ने कई जगहों को नुकसान पहुंचाया है। बुधवार को लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र केसरवाला-मालदेवता, कुमाल्डा-कद्दूखाल, खैरी मानसिंह मार्गों सहित देहरादून-मसूरी मार्ग पर शिव मंदिर के पास क्षतिग्रस्त सेतु का निरीक्षण किया।
5 पुलों पर यातायात चालू: महाराज
लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि क्षतिग्रस्त 8 पुलों में से 5 पर स्थाई रूप से कार्य करवा कर यातायात के लिए चालू करवा दिया गया है, जबकि शेष 3 पुलों में से क्षतिग्रस्त देहरादून-मसूरी मोटर मार्ग में शिव मंदिर की पास क्षतिग्रस्त पुल पर बैली ब्रिज निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है जिसे शीघ्र ही यातायात के लिए खोल दिया जायेगा।
बंद मार्गों को खोलने का कार्य जारी
मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 72, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी, झाझरा सेतु के पास हयूम पाईप वायर क्रेट डायवर्जन और कार्लीगाड मझाडा़ मोटर मार्ग के क्षतिग्रस्त सेतु पर गैबियन लगाकर फिलिंग करके अस्थाई कार्य शुरू करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि 35 मार्गो पर यातायात बहाल कर दिया गया है जबकि से 27 मार्गो पर यातायात बहाल करने के लिए लगातार कार्य चल रहा है।
मालदेवता-केसरवाला मार्ग को खोलने का कार्य जारी
सतपाल महाराज ने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा मालदेवता-केसरवाला में 300 मीटर क्षतिग्रस्त मोटर मार्ग को खोलने का काम लगातार चल रहा है। उन्होंने कहा कि नदियों का चैनेलाइजेशन होना जरुरी है। इसके लिए सिंचाई, आपदा और खनन विभाग आपस में मिलकर काम करें ताकि नदियों का पानी रिहायसी क्षेत्र में ना घुसने पाए। महाराज ने लोगों से अनुरोध किया है कि वह नदी-नालों के पास निर्माण कार्य न करें।
आपदा से इन क्षेत्रों को हुआ सबसे अधिक नुकसान
प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद मंत्री ने बताया कि सबसे ज्यादा क्षति रायपुर, कुमाल्डा कद्दूखाल मोटर मार्ग, केसरवाला मार्ग, खैरी मानसिंह मार्ग, सहस्त्रधारा और मसूरी क्षेत्र के आसपास के मार्गों को हुई है। मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को अवरुद्ध मोटर मार्गो को जल्द सुचारू करते हुए आवश्यक सुविधाओं को जल्द बहाल करने के निर्देश दिए हैं।