
बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इसमें वो टीवी चैनल पर बैठकर लोगों को निवेश का ऑफर देती नज़र आती हैं। वीडियो में दावा किया गया है कि सिर्फ 21,000 रुपए लगाने पर सात दिन में ही आपको 6.5 लाख रुपए तक का रिटर्न मिलेगा। लेकिन क्या सच में निर्मला सीतारमण ऐसी कोई स्कीम(deepfake ai video) लेकर आईं है? चलिए जानते है।
21000 लगाओ, लाखों रुपए पाओ…निर्मला सीतारमण की नई स्कीम? Nirmala Sitharaman deepfake ai video
आपको बता दें कि ये वीडियो पूरी तरह फर्जी है। ये डीपफेक तकनीक(deepfake ai video) से तैयार किया गया है। मामला सिर्फ वीडियो तक ही सीमित नहीं है। इसमें एक लिंक भी दिया जाता है। जिस पर क्लिक कर लोग एक ऐप डाउनलोड करते हैं। शुरुआत में ठग उन्हें छोटे निवेश पर शानदार रिटर्न दिखाते हैं।
मान लिजिए कोई इसमें 10 या 15 हज़ार लगाता है तो उसे डबल पैसा निकालने भी दिया जाता है। इससे भरोसा बनता है और निवेशक बड़ी रकम झोंक देते हैं। लेकिन असली खेल तभी शुरू होता है। जैसे ही मोटी रकम जमा हो जाती है। ना पैसा निकलता है और ना ही ऐप काम करता है।
कई लोग हो चुके है शिकार
ये वीडियो कई लोगों को भारी नुकसान पहुंचा चुका है। रुड़की के एक शख्स से 66 लाख रुपये की ठगी हुई। तो वहीं जून में हैदराबाद के 71 साल के बुजुर्ग 20 लाख रुपये गंवा बैठे। मैंगलुरु के एक व्यक्ति ने इस वीडियो को असली मानकर 22 लाख रुपए निवेश कर दिए। ऐसे कई केस सामने आ चुके हैं और अब तक करोड़ों रुपये डूब चुके हैं।
कैसे होता है फ्रॉड?
एक बार जब कोई इस फर्जी ऐप में फंस जाता है तो उससे पर्सनल डिटेल्स मांगी जाती हैं। जैसे फोन नंबर, आधार, पैन, बैंक अकाउंट सबकुछ। इसके बाद ठग खुद को “फाइनेंशियल एडवाइजर” बताकर व्हाट्सऐप और टेलीग्राम पर संपर्क करते हैं। धीरे-धीरे लाखों की रकम निकलवा लेते हैं।
video link- https://youtu.be/1tI3tfxOWys?si=LzaaA-nMkU9SDMpL
सरकार ने किया अलर्ट
अगस्त में पीआईबी (PIB) फैक्ट चेक टीम ने इस वीडियो को पूरी तरह नकली बताया था। टीम ने कहा कि वित्त मंत्री या सरकार ने ऐसा कोई स्कीम लॉन्च ही नहीं की है। लोगों से अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध लिंक, वीडियो या स्कीम पर भरोसा न करें।
डीपफेक क्या है? What is Deepfake?
दरअशल ये वीडियो एआई तकनीक से तैयार की गई है। जिसे डीपफेक कहा जाता हैं। इसमें असली चेहरे और आवाज़ को इतनी सफाई से मिलाया जाता है कि देखने वाला आसानी से धोखा खा जाए। यही कारण है कि आम लोग इसे असली मान लेते हैं।
कैसे बचें?
- निवेश से पहले उसकी जानकारी सरकारी वेबसाइट या भरोसेमंद न्यूज सोर्स से लें।
- अंजान लिंक या ऐप पर क्लिक ना करें।
- “जल्दी अमीर बनने” वाले ऑफर से दूरी बनाएं।
- निवेश से पहले रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एक्सपर्ट की राय लें।
ठगी हो जाए तो क्या करें?
- तुरंत नज़दीकी साइबर सेल या पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं।
- साइबर क्राइम की आधिकारिक वेबसाइट cybercrime.gov.in
पर ऑनलाइन रिपोर्ट करें। - अगर सुनवाई न हो तो जिला अदालत का रुख भी किया जा सकता है।