
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे पर भूस्खलन से 200 मीटर सड़क ध्वस्त हो गई है। शमीवार को डीएम प्रशांत आर्य ने मौके पर पहुंचकर संवेदनशील स्थानों का जायजा लिया। साथ ही राहत कार्य तेज़ करने के निर्देश दिए।
यमुनोत्री हाईवे पर भूस्खलन से 200 मीटर सड़क ध्वस्त
निरीक्षण के दौरान डीएम को जानकारी मिली कि जंगल चट्टी में मार्ग का करीब 200 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके चलते यातायात बाधित हुआ। मौके पर पहुंचकर डीएम ने तुरंत मलबा हटाने और वायरक्रेट के माध्यम से क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत कार्य तेज़ करने के निर्देश दिये।
मार्ग को खोलने का कार्य जारी
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने निर्देश दिए कि आवाजाही जल्द से जल्द सुचारू होनी चाहिए, इसके लिए मशीनों और श्रमिकों की संख्या जरूरत पड़ने पर बढ़ाई जाए। फिलहाल मार्ग को खोलने के लिए एक पोकलेन और एक जेसीबी तैनात की गई है।
अस्थायी झील का जलस्त हुआ कम
गौरतलब है कि स्यानाचट्टी क्षेत्र में बनी अस्थायी झील का जलस्तर कम होने और झील के खुलने के बाद वहां आवाजाही सामान्य हो चुकी है। वहीं यमुनोत्री राजमार्ग के अन्य चिन्हित संवेदनशील स्थानों पर भी पर्याप्त संख्या में जेसीबी और पोकलेन मशीनें तैनात कर काम किया जा रहा है