
उत्तराखंड विधानसभा का चार दिवसीय मानसून सत्र मंगलवार से भराड़ीसैंण स्थित ग्रीष्मकालीन राजधानी में शुरू हुआ। सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने कानून व्यवस्था को लेकर जमकर हंगामा किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।सत्र के दूसरे दिन बुधवार को भी विपक्षी दलों का आक्रामक रुख जारी है। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के विधायक वेल में आ गए और कानून व्यवस्था पर चर्चा की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। विपक्ष नियम 310 के तहत इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग पर अड़ा रहा। बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद और निर्दलीय विधायक उमेश कुमार भी विपक्ष के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए।हंगामे के चलते पहले सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित किया गया। लेकिन स्थिति सामान्य न होने पर दोबारा कांग्रेस विधायकों के शोर-शराबे के बीच सदन को आधे घंटे के लिए, यानी दोपहर 12:00 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
विपक्ष का आरोप है कि राज्य में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है और सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है। वहीं सरकार की ओर से कहा गया कि नियमों के तहत उचित समय पर चर्चा कराई जाएगी। सत्र के आगे के दिनों में विपक्ष के तेवर और तीखे होने की संभावना है।