
Thailand Cambodia War: भारत के पड़ोसी देश थाईलैंड और कंबोडिया के बीच एक दशक से भी अधिक समय से सीमा विवाद चल रहा है। अब ये सीमा विवाद भारी युद्ध में बदल गया है। ये युद्द 11वीं सदी का प्रीह विहिहर मंदिर (Preah Vihear Temple) की वजह से हो रहा है। जो शिव को(Shiv Mandir) समर्पित है।
कहा जा रहा है कि ये दोनों देशों के बीच अब तक का सबसे खतरनाक य़ुद्ध हैं। दक्षिण-पूर्व एशियाई देश साझा सीमा को लेकर दोनों देशों में कई सालों से विवाद है। लेकिन ये विवाद मई के अंत में एक कंबोडियाई सैनिक की झड़प के दौरान हुई मौत के बाद बढ़ गया। युद्ध से पहले दोनो देशों के बीच तीथी नोकझोंक और जवाबी कार्रवाई की जा रही थी।

कई सालों पुराना है दोनों देशों के बीच युद्ध
रिपोर्ट्स की माने तो थाईलैंड औ कंबोडिया के बीच 800 किलोमीटर लंबी सीमा है। ये सीमा 1863 और 1950 के दशक के बीच में इंडोचाइना पर फ्रांसीसी कब्जे के दौरान खींची गई थी। उस समय थाईलैंड का नाम सियाम था।
फ्रांस और सियाम के बीच बहुत पहले एक समझौता हुआ था। जिसमें थाईलैंड के इलाके की सीमाओं को एक मैप के ज़रिए तय किया गया था। वही पुराना नक्शा अब विवाद की जड़ बन गया है।
शिव मंदिर के लिए थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हो गया बड़ा युद्ध thailand cambodia war
सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान थाईलैंड ने कबोडिया के कुछ इलाकों पर कब्जा किया था। लेकिन युद्ध खत्म होने के बाद साल 1946 में उसे फ्रांसीसी शासन को मजबूरन वो इलाके वापस करने पड़े। बता दें कि उस वक्त कंबोडिया फ्रांसीसी शासन के अधीन था।
वैसे तो दोनों देशों के बीच कई किलोमीटर जमीन को लेकर विवाद है। लेकिन साल 2008 में एक 900 साल पुराने मंदिर से सटे जमीन को लेकर अक्सर दोनों देशों के बीच सैन्य झड़पें हुईं। साल 2008-2011 तक छिटपुट हिंसा में करीब 28 लोगों की मौत हुई थी। तो वहीं कई हजार लोगों को विस्थापित होना पड़ा था।
2012 के बाद सबसे भीषण जंग
बीते दिन गुरुवार को दोनों देशों के बीच भीषण सैन्य संघर्ष साल 2012 के बाद से सबसे बड़ी लड़ाई है। साल 2012 में प्रीह विहियर मंदिर के आसपास झड़प हुई थी। जिसमें दर्जनों सैनिकों ने अपनी जान गवाई थी।
साल 1962 में इस मंदिर को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने कंबोडिया को सौप दिया था। इसी के आसपास करीब 4.6 किलोमीटर लंबी भूमि पट्टी को लेकर दोनों के बीच विवाद है।
कैसे शुरू हुआ ताजा युद्ध ? Thailand Cambodia War
28 मई को थाई सेना के साथ झडप में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई। दोनों ही देशों ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की बात कही। इसी बीच थाई प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा और पूर्व कंबोडियाई नेता हुन सेन की फोन कॉल लीक हो गई। जिसनें थाईलैंड में राजनितिक भूचाल ला दिया। आरोप था कि शिनावात्रा ने थाई सेना को कमजोर किया। इसी आरोप के चलते उन्हें पद से निलंबित कर दिया।
अब तक दर्जनों लोगों की मौत
इसी हफ्ते सीमा पर बारूदी सुरंग विस्फोट हुआ। इसमें पांच थाई आर्मी वाले घायल हो गए। जिसके बाद गुरुवार को थाईलैंड ने हवाई हमला कंबोडिया पर दाग दिया। इस हवाई हमले में अमेरिकी एफ-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया। इसमें अब तक 25 लोगों के मौत की खबर सामने आ रही है। तो वहीं कई लोग घायल हुए है। तो वहीं थाईलैंड ने बताया कि कम से कम 13 नागरिक और एक सैनिक की मौत हुई है। तो वहीं 14 सैनिक और 32 नागरिक घायल हैं