
Japan megaquake Nankai Trough: जापान में मेगाक्वेक आने से खौफ का माहौल है। नानकाई ट्रफ में ये महाविनाशक भूकंप आने के सकेंत है। इससे करीब तीन लाख लोगों की जान जाने का खतरा है। साथ ही अरबों डॉलर का नुकसान होगा वो अलग। ऐसे में जापान सरकार तैयारियों में जुट गई है। जापान इस मेगाक्वेक के संभावित नुकसान से निपटने के लिए योजनाए बना रही है ताकि इससे कम से कम नुकसान हो सके।
महाविनाशक भूकंप से खौफ का माहौल! Japan megaquake Nankai Trough
जापान की जियोग्राफिकल लोकेशन उसे भूंकप संवेदनशील इलाका बनाता है। इसी साल की बात करें तो जापान में जनवरी में एक आकलन किया गया। जिसमें बताया गया कि अगले 30 सालों में नानकाई क्षेत्र में आठ या उससे अधिक तीव्रता के भूकंप यानी की मेगाक्वेक आने की संभावना है।
संभावना की प्रतिशत करीब 75-82 के बीच है। इसके साथ ही मार्च में एक रिपोर्ट में बताया गया कि यहां ना सिर्फ तेज भूकंप के झटके महसूस किए जाएंगे। बल्कि सुनामी भी आएंगी जो बड़े विनाश का कारण बनेगी।
इसी के चलते अब जापान ने कमर कस ली है। सरकार ने तटबंधों के निर्माण में तेजी लाने को कहा है। साथ ही ये भी सुनिश्चित किया जाए कि आपदा के दौरान राहत का कार्य तेजी से हो।
नानकाई मेगाक्वेक क्या है ?
नानकाई ट्रफ( Nankai Trough) एक 800 किलोमीटर लंबी एक समुद्री खाई है।नानकाई ट्रफ मेगाक्वेक का मतलब है कि नानकाई मेगाथ्रस्ट के साथ आने वाले बड़े भूकंपों से है। फॉल्ट लाइन दक्षिण-पश्चिमी जापान के नीचे सबडक्टिंग फिलीपीन सी प्लेट और ओवरराइडिंग अमुरियन प्लेट जो यूरेशियन प्लेट का हिस्सा है, के बीच की सीमा पर है। जहां पर फिलीपीन सागर प्लेट को जापान के नीचे धकेला जा रहा है। जिसके चलते ये भूंकप संवेदनशील इलाका है।
बाबा वेंगा ने भी की थी भविष्यवाणी
जापान की बाबा वेंगा कही जाने वाली रियो तात्सुकी नाम की भविष्यवक्ता ने भी इसको लेकर भविष्यवाणी की थी। साल 1999 में नानकाई क्षेत्र के लिए उन्होंने चेतावनी दी थी। तात्सुकी की माने तो उन्होंने बताया था कि साल 2025 में जापान और फिलीपींस के बीच समुद्र तल के नीचे दरार खुलेगी। जिसके चलते भीषण लहरें उठेंगी। जो कि साल 2011 में तोहोकू में आए भूकंप से आई सुनामी से कई गुना ऊंची होंगी।