

लालकुआं/रूद्रपुर -तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर डिवीजन की टांडा रेंज की वन विभाग टीम ने रूद्रपुर के ग्राम बागवाला क्षेत्र में छापा मारकर कबाड़ के गोदाम से लाखों रुपये कीमत की खैर की लकड़ी बरामद की है।तस्करों द्वारा कबाड़ की आड़ में भंडारण कर लकड़ी की तस्करी की जा रही थी।छापेमारी के दौरान टीम ने मौके से 40 गिल्टें खैर के बरामद किए हैं। जिसकी किमत लगभग छः लाख रुपए बताई जा रही है। वहीं वन विभाग ने बरामद खैर की लकड़ी को कब्जे में लेकर उसे सीज कर दिया है।साथ ही फरार तस्करों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। फिलहाल गोदाम स्वामी के पुछताछ जारी है।बताते चलें कि बीते तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर डिवीजन की टांडा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम को रूद्रपुर के ग्राम बागवाला क्षेत्र में स्थित एक कबाड़ के गोदाम में खैर की लकड़ी की तस्करी की सूचना मिली। जिस पर वन विभाग की टीम ने मुखबिर द्वारा बताए गए कबाड़ के गोदाम में छापा मारा तो तिरपाल में छुपाकर रखें 40 गिल्टें खैर के मौके से बरामद हुए।जिसे वन विभाग की टीम ने कब्जे में लेकर सीज कर दिया है। बरामद लकड़ी की कीमत लगभग छः लाख के करीब बताई जा रही है। लंबे समय से गोदाम से खैर की लकड़ी ठिकाने लगाई जा रही थी।
इधर वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि बागवाला निवासी गंगवार बंधुओं द्वारा आसिफ उर्फ बब्लू पूत्र मो.आलाम को कबाड़ के लिए यहां गोदाम किराए पर दिया था। जिसके द्वारा कबाड़ की आड़ में खैर लकड़ी की तस्करी की जा रही थी। उन्होंने कहा कि फिलहाल गोदाम स्वामी को आरोपी मानकर उनके खिलाफ वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
उन्होंने कहा कि पुछताछ के दौरान गोदाम स्वामी द्वारा बताए गए फरार लकड़ी तस्कर आसिफ उर्फ बब्लू की धरपकड़ के लिए वन विभाग टीम द्वारा दबिश दी जा रही है जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिसके बाद पता चल सकेगा कि यहां लकड़ी कैसे आई और कौन लेकर आया था। फिलहाल जांच जारी है।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अवैध लकड़ी तस्करी किसी भी किमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इधर वन विभाग की टीम में मुख्य रूप से वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम,वन क्षेत्राधिकारी भूपाल सिंह कैड़ा,वन दरोगा शुरेन्द्र सिंह,वन दरोगा पान सिंह मेहता,वन आरक्षी रूस्तम राणा,अजय कुमार,सागर पाल,पंकज गहतोड़ी, दिनेश साही सहित कई वनकर्मियों मौजूद रहे।