

भारत-नेपाल सीमा से सटे खटीमा क्षेत्र में गुरुवार को एक सिर कटी लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. नहर किनारे चादर में लिपटा शव मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और हरियाणा से आई टीम ने जांच शुरू की तो मामला प्रेम-प्रसंग और विश्वासघात की खौफनाक कहानी में बदल गया.
खटीमा में सिर कटी लाश मिलने से मची सनसनी
जानकारी के मुताबिक हत्या हरियाणा की एक युवती पूजा विश्वास की है, जो मूल रूप से उत्तराखंड के नानकमत्ता क्षेत्र की रहने वाली थी. उसकी हत्या उसी के प्रेमी मुस्ताक अहमद ने कर दी, जो सितारगंज के गौरीखेड़ा गांव का निवासी है. बताया गया है कि दोनों कि मुलाकात रुद्रपुर में हुई. जिसके बाद दोनों अच्छे दोस्त बन गए. दोनों की दोस्ती कुछ ही समय में गहरी हो गई. जिसके बाद दोनों ने साथ रहने का फैसला किया.
प्रेमिका के सवालों से बचने के लिए ली जान
दोनों हरियाणा के गुड़गांव में लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे. इसी बीच मुस्ताक अपने घर आ गया और नवंबर 2024 में दूसरी महिला से चुपचाप शादी कर ली. पूजा को जैसे ही अपने प्रेमी की शादी कि जानकारी हुई उसने शादी का विरोध किया. मुस्ताक ने 16 नवंबर 2024 को पूजा को खटीमा के नदंन्ना काली पुलिया के पास ले जाकर धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया. हत्या के बाद उसने शव को चादर में लपेटकर नहर किनारे फेंक दिया और सिर को एक कट्टे में डालकर नहर में बहा दिया.
हरियाणा पुलिस की जांच में हुआ खुलासा
पूजा के लापता होने की गुमशुदगी उसकी बहन पूर्मिला ने 19 दिसंबर 2024 को गुरुग्राम के सेक्टर-3 थाने में दर्ज कराई थी. जांच के दौरान जब मुस्ताक पर शक गहराया, तो हरियाणा पुलिस उसे सितारगंज से हिरासत में लेकर खटीमा ले आई. पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और शव फेंकने की जगह बताई. पुलिस को चादर में लिपटा शव तो मिल गया, लेकिन सिर अभी तक बरामद नहीं हुआ है.
बहन ने लगाए पुलिस पर गंभीर आरोप
मृतका की बहन पूर्मिला ने स्थानीय पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि जब उन्होंने सितारगंज कोतवाली में शिकायत दी थी, तब भी पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज नहीं की. पूरे मामले में स्थानीय पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मीडिया के सवालों से बचते दिखे. इस वीभत्स हत्या और पुलिस की भूमिका पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. शव को फिलहाल पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा गया है. पुलिस अभी सिर की तलाश में जुटी है.