
रात के अंधेरे में पूरा शहर गहरी नींद में था. उस समय उधमसिंह नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में 300 पुलिसकर्मियों की फौज एक ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ को अंजाम देने के लिए निकल पड़ी थी. पुलिस का लक्ष्य था नशे के सौदागरों का सफाया. पुलिस ने देर रात 25 नशा तस्करों को गाड़ी में बैठाया और सुबह होते ही जिले की सीमा में लौट आई.
उधमसिंह नगर पुलिस का रात के अंधेरे में धावा
सरकारी और प्राइवेट वाहनों में सवार होकर पुलिस ने आधी रात को फतेहगंज पश्चिमी के उन ठिकानों पर धावा बोला जहां ड्रग्स माफिया अपनी काली दुनिया चला रहे थे. टीम का नेतृत्व खुद एसएसपी ने किया. दरअसल रविवार रात पुलिस कप्तान 300 पुलिसकर्मियों के साथ उत्तर प्रदेश के फतेहगंज पश्चिमी पहुंचे. जिसके बाद पुलिस ने घरों से ड्रग्स माफियाओं को गिरफ्तार किया. एक साथ इतनी बड़ी तादात में पुलिसकर्मियों को देख लोगों में हड़कंप मच गया. इस दौरान पुलिस ने 25 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया और रात के अंधेरे में ही टीम वापस लौट आई.
फिल्मी स्टाइल में किया बरेली के नशा तस्करों का सफाया
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही उधमसिंह नगर पुलिस ने नशे के खिलाफ अभियान छेड़ा था. जिसमें कई बड़े ड्रग्स माफियाओं को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में मिले इनपुट्स के आधार पर पुलिस ने इस ऑपरेशन को प्लान किया. पहले से ट्रेस किए गए कुख्यात पेडलर्स और माफिया इस एक्शन का मुख्य निशाना थे. एसएसपी मणिकांत मिश्रा के इस एक्शन के बाद से नशा माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. बता दें पिछले छह महीने में कई ड्रग्स तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं
