केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज के पर्व पर शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. जिसके बाद बाबा केदार की पंचमुखी डोली शीतकालीन गद्दीस्थल उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर पहुंच गई है. जहां श्रद्धालुओं ने डोली का भव्य स्वागत किया.
ओंकारेश्वर मंदिर पहुंची बाबा केदार की पंचमुखी डोली
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से सेना के बैंड की धुनों और स्थानीय वाद्य यंत्रों के साथ मंगलवार दोपहर शीतकाल गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंच गई है. इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने पंचमुखी डोली का भव्य स्वागत किया गया. डोली के स्वागत के लिए ओंकारेश्वर मंदिर को फूलों से सजाया गया है. इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ की डोली के दर्शन किए.
ओंकारेश्वर मंदिर में शुरू हुई शीतकालीन पूजा
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचने के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी. उन्होंने बताया कि भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने के बाद ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में भगवान केदार की शीतकालीन पूजाएं शुरू है गयी है.
श्रद्धालुओं ने फूलों से किया बाबा केदार का स्वागत
बता दें बीते सोमवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली रामपुर से प्रस्थान कर शाम को विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची थी. जिसके बाद आज भगवान केदार की पंचमुखी डोली ने विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से सुबह नौ बजे ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान हुई. श्रद्धालुओं ने डोली का पूरे यात्रा मार्ग गुप्तकाशी बाजार, विद्यापीठ, कुंड, संसारी, ऊखीमठ मंदिर मार्ग पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया