उत्तराखण्ड

कांग्रेस की भाजपा के खिलाफ जन आक्रोश रैली कई मुद्दों पर भाजपा को घेरने की कांग्रेस की तैयारी

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हल्द्वानी में आज कांग्रेस की जन आक्रोश रैली में कांग्रेस के तमाम नेता पूर्व मंत्री और विधायक मौजूद आज हल्द्वानी के बी इंटर कॉलेज के प्रांगण से जिला अधिकारी कार्यालय के आवास तक कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने जन आक्रोश रैली निकाली इस रैली में यशपाल आर्य नेता प्रतिपक्ष ने कहा

कि आज जिस प्रकार से उत्तराखंड के अंदर अधिकारियों की मनोवली चल रही है महिला अपराध बढ़ रहा है अपराधियों दी जा रही है खनन माफिया का बोलबाला है आईएसबीटी को गोल कर दिया गया अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को बोल कर दिया गया केवल भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों को बढ़ावा दिया जा रहा है

आज जिस प्रकार से जिलाधिकारी को भाजपा ने कई जिम्मेदारी दी हैं और कांग्रेस के विधायकों को नकारा कर दिया है ऐसे कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस निकल रही है वहीं हल्द्वानी विधायक ने कहा कि आज जिस प्रकार से नैनीताल जिले के अधिकारियों की मनोपाली चल रही है मैं किसी भी नेता या विधायक को नहीं सुनते क्योंकि क्योंकि भाजपा के शासनकाल में किसी भी नेता या जनता की नहीं सुनी जाती है केवल मुख्यमंत्री का ही सुनने और सुनने का अधिकार होता है जिसके चलते आज नैनीताल जिले की समस्त अधिकारी जनता को जानकारी रहे हैं वह भूल जाते हैं

कि जब कांग्रेस की सरकार आएगी तब उन ऐसे अधिकारियों का क्या हाल होगा वहीं पुलिस भी पूरी तरह से चुस्त दिखाई थी किसी भी अप्रिय घटना को निपटाने के लिए पुलिस ने जगह-जगह बैरी कटिंग लगे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवान ने कहा कि यह रैली भाजपा के खिलाफ जन आक्रोश है

आज जनता पूर्ण रूप से कांग्रेस के साथ है दिल्ली में देख सकते हैं कि इसमें बीजेपी कांग्रेस के सभी लोग आम जनता भी शामिल है क्योंकि भाजपा की नीतियों से जनता परेशान हो चुकी है इसी के चलते आज पूरी जनता यहां पर भाजपा के खिलाफ एकजुट होती दिखाई दे रही है

और यह रैली जिलाधिकारी के आवास पर जाकर विज्ञापन पेश करेगी, वहीं जिलाधिकारी की आवास के बाहर पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हल्की सड़क हुई वेरिफिकेशन तोड़कर सभी कार्यकर्ता जिला अधिकारी के प्रांगण में बैठे जहां पर नेता प्रतिपक्ष करण मेहरा ने धरना दिया यशपाल आर्य ने कहा कि आज जिस प्रकार से उत्तराखंड का मुख्यमंत्री दर पांव क्या पुलिस को हर मामले में आगे करता है जनता के सामने आने से भी डरता है इससे साफ होता है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए