शिक्षकों ने किया प्रधानाचार्यों के पदों पर सीधी भर्ती परीक्षा का विरोध, आमरण अनशन की दी चेतावनी
इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्यों के पदों पर सीधी भर्ती प्रक्रिया के विरोध में आज प्रदेश संगठन के आह्वान पर दो सूत्री मांगों लेकर राजकीय शिक्षक संघ ने प्रदर्शन किया. इस दौरान शिक्षकों ने मांगें पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.
शुक्रवार को नरेंद्रनगर में स्थित मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर नौ विकासखंडों से आए शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बता दें शिक्षकों की मांग है कि प्रधानाचार्यों के पदों पर सीधी भर्ती परीक्षा को निरस्त किया जाए. वरिष्ठता के आधार पर प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति की जाए.
शिक्षकों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
शिक्षकों की मांग है कि पदोन्नति के माध्यम से प्रधानाचार्यों के पदों को भरा जाए. आक्रोशित शिक्षकों ने आमरण अनशन की चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो वह 14 सितम्बर से आमरण अनशन के लिए बाध्य होंगे. मांगों के पूरा न होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. अगर आंदोलन में कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी