उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बारिश का कहर जारी है. चमोली के पगनो गांव में बारिश ने कहर बरपाया हुआ है. गुरुवार रात को मूसलाधार बारिश के बाद मलबा आने से चार मकान और दो गौशाला क्षतिग्रस्त हो गए. ग्रामीण किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे.
गुरुवार रात को पगनो गांव में मलबा आने से दो गौशाला और चार मकान क्षतिग्रस्त हो गए. किसी तरह ग्रामीण अपनी जान बचाकर इधर उधर भागे. बता दें पिछले तीन साल से पगनो गांव के ऊपर से भूस्खलन हो रहा है. जिससे गांव के 53 परिवारों के खतरे में साए में जीने को मजबूर हैं. गांव के लोगों में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि देर रात बारिश के बाद अचानक घर में मलबा आ घुसा.
दहशत में हैं ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि बारिश होते ही मलबा गांव में आ रहा है. खेत और रास्ते सब मलबे से भरे हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि दोपहर को तो मलबा आने का पता चल रहा है, लेकिन रात को यदि बारिश होती है तो सभी की नींद उड़ जाती हैं. बता दें ग्रामीण डर के साए में रात काटने को मजबूर हैं.
IMD ने इन जिलों के लिए जारी किया अलर्ट
मौसम विज्ञान के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार शुक्रवार को देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल जिले में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और बारिश के तीव्र दौर की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों ने इन जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. जबकि उत्तरकाशी, चमोली, अल्मोड़ा, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है