बुधवार रात केदारघाटी में बादल फटने के बाद से की रास्ते बंद हैं। जिस कारण हजारों यात्री फंस गए थे। रास्ते में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए तीसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अब तक 7,234 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। दो लोगों के शव भी बरामद किए गए हैं।
केदारघाटी में अब तक 7,234 लोगों को किया रेस्क्यू
केदारघाटी में बुधवार रात को हुई अत्यधिक बारिश के कारण केदार घाटी में कई जगह रास्ते क्षतिग्रस्त हुए हैं। विभिन्न पड़ावों पर फंसे तीर्थयात्रियों एवं स्थानीय लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस सहित अन्य सुरक्षा बल लगातार कार्य कर रहे हैं।
हर स्तर पर सभी लोगों के सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बचाव कार्यों में तेजी लाने हेतु वायु सेना का चिनूक और एमआई 17 विमान से भी यात्रियों को एयर लिफ्ट किया गया। वहीं मैनुअल रेस्क्यू भी लगातार जारी है। अब तक 7,234 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है।
दो लोगों के शव किए गए बरामद
आपदा में मृतकों और गुमशुदा यात्रियों के संबंध में रुद्रप्रयाग प्रशासन द्वारा स्थिति स्पष्ट की गई है। रूद्रप्रयाग प्रशासन के मुताबिक अभी तक दो मृतकों के शव बरामद किए गए हैं। दोनों ही शव लिंचोली क्षेत्र से बरामद हुए हैं। किसी के गुमशुदा होने की कोई सूचना नहीं है। नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या के कारण यात्रियों को परिजनों से संपर्क करने में समस्या हो रही है।
150 यात्रियों से हुआ संपर्क
आपको बता दें कि 15 यात्रियों के अपने परिजनों से संपर्क ना होने के कारण उन्हें लापता माना जा रहा था। लेकिन भीमबली में रुके यात्रियों को प्रीपेड काउंटर पर लगे वाई-फाई नेटवर्क के माध्यम से 150 यात्रियों ने कुशलता की जानकारी दी है। विभिन्न यात्रा पड़ावों पर ठहरे यात्रियों के लिए प्रशासन के स्तर से पर्याप्त भोजन, पानी व आवासीय व्यवस्था भी की गई हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, DDRF, वन विभाग, संबंधित जिला पुलिस और फायर एवं इमरजेंसी सेवाएं की टीमें बचाव कार्य में जुटीं हैं।