सहस्त्रताल ट्रैक पर गए चार ट्रैकरों की ठंड लगने से मौत की खबर सामने आ रही है। जबकि कई की तबियत बिगड़ गई है। सूचना पाकर रेस्क्यू टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।
बता दें 29 मई को 22 सदस्यीय दल मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए निकला था। दो जून को यह दल सहस्त्रताल के कोखली टॉप बेस कैंप पहुंचा। तीन जून को वह सहस्त्रताल के लिए रवाना हुए। वहां अचानक मौसम खराब होने और कोहरा होने के कारण ट्रैकर फंस गए। जिस वजह से सभी को पूरी रात ठंड में बितानी पड़ी।
ट्रैकर्स ने घटना की सूचना दल को ले जाने वाली गढ़वाल माउंटनेरिंग एवं ट्रैकिंग एजेंसी के मालिक को दी। ट्रैकर्स ने बताया कि ठंड लगने से चार ट्रैकर की मौत हो गई है। जबकि सात की तबीयत बिगड़ गई है और 11 ट्रैकर्स वहीं फंसे हुए हैं। सूचना पाकर रेस्क्यू दल मौके के लिए रवाना हो गया है।
डीएम उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि सहस्त्रताल की ट्रैकिंग रुट पर फंसे ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग के रेस्क्यू दल अलग-अलग दिशाओं से घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। वन विभाग की दस सदस्यों की रेकी व रेस्क्यू टीम सिल्ला गांव से आगे निकल चुकी है।
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से एसडीआएफ का दल भी आज सुबह टिहरी जिले के बूढ़ाकेदार की तरफ से रेस्क्यू की कार्रवाई शुरू करने के लिए रवाना हो चुका है। एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि एसडीआरएफ की माउंटेनियरिंग टीम भी देहरादून से हेलीकॉप्टर से एरियल रैकी के रवाना होने वाली है।