हृदय सम्राट निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज को श्रद्धालुओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए
हल्द्वानी 13 मई 2024 – आज समर्पण दिवस के अवसर पर संत निरंकारी सत्संग भवन बरेली रोड गोजाजली में सायं 5 से सायं 7 बजे तक एक विशाल संत समागम का आयोजन किया गया जिसमें निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज को निरंकारी भक्तों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए ।
इस सतसंग कार्यक्रम में नागपुर से आये मिशन के केंद्रिय ज्ञान प्रचारक महात्मा श्री आर० एस० मेहरा जी ने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज जी के प्रति प्रेम तभी सार्थक हो सकता है जब हम उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाएंगे सिखलाईयों के रूप में जो मोती हमें बाबा जी ने दिए उन्हें हमने अपने जीवन में धारण करना है प्रेम, समर्पण एवं गुरु के प्रति जो सत्कार है वह सच्चा हो ना कि केवल दिखावा मात्र । इस पर हम सभी को मंथन एवं मनन करना होगा प्रत्यक्ष को प्रमाण वाली बात की हमारे जीवन में गुरु के प्रति प्रेम समर्पण का भाव सच्चा हो केवल एक विशेष दिन के रूप में हम उन्हें याद न करके उनके द्वारा दी गई शिक्षा से नित्य प्रति प्रेरणा लेते रहें अपने जीवन को सार्थक बनाएं I
उन्होंने अपने विचारों में कहाँ कि बाबा हरदेव सिंह जी ने सतगुरु रूप में 36 वर्षो तक निरंकारी मिशन की बागड़ोर सम्भाली। उनके अथक प्रयासों का ही सकारात्मक परिणाम है कि मिशन विश्व के प्रत्येक महाद्वीप में 60 राष्ट्रों तक पहुंच चुका है जिसमें राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर संत समागम, युवा सम्मेलन एवं समाज की कल्याणकारी सेवाओं का आयोजन निरंतर हो रहा है। उनके अमूल्य योगदान के फलस्वरूप मिशन को विश्व स्तर पर ख्याति के साथ-साथ अनेक पुरस्कारों द्वारा भी सम्मानित किया गया। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निरंकारी मिशन को सामाजिक एवं आर्थिक परिषद के सलाहकार रूप में मान्यता भी प्राप्त हुई।
संसार में अमन, शांति कायम करने के लिए युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी ने ‘‘एकत्व में सद्भाव,’’ ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम्,’’ और ‘‘एक को जानो, एक को मानो, एक हो जाओ’’ इत्यादि जैसे अनेक दिव्य संदेश दिये जिसमें निसंदेह लोक कल्याण की भावना निहित है। इसके अतिरिक्त आपने परस्पर प्रेम और मिलवर्तन के भावों को सुदृढ़ करने के लिए ‘‘दीवार रहित संसार’’ की सुंदर कल्पना को भी साकार रूप प्रदान किया।
वर्तमान में सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज, युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी के इसी सत्य संदेश को जनमानस तक पहुंचाने हेतु प्रयासरत हैं; जिनसे निरंकारी मिशन का प्रत्येक भक्त प्रेरणा लेते हुए अपने जीवन को सार्थक बना रहा है।
समर्पण दिवस के अवसर पर मिशन के वक्तागणों ने व्याख्यान गीत भजन एवं कविताओं के द्वारा बाबा जी के प्रेम करुणा दया एवं समर्पण जैसे दिव्य गुणों को अपने शुभ भावों द्वारा व्यक्त किया निसंदेह बाबा जी की करुणामई अनुपम छवि प्रत्येक निरंकारी भक्त के हृदय में अमिट छाप के रूप में अंकित है जिससे प्रेरणा लेते हुए आज प्रत्येक भक्त अपने जीवन को धन्य बना रहा है
कार्यक्रम के अंत में मिशन के तरफ से सभी श्रद्धालु के लिए लंगर व प्रसाद कि व्यवस्था की गयी थी