उत्तराखण्ड नैनीताल

नैनीताल में विश्व रिकार्ड ऊंचाई पर दिखा किंग कोबरा

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नैनीताल में विश्व रिकॉर्ड ऊंचाई पर सर्पराज किंग कोबरा (King Cobra) को देखे जाने का दावा किया जा रहा है। नगर पालिका के अयारपाटा वार्ड के सभासद मनोज साह जगाती ने बताया कि गुरुवार सुबह करीब 10 बजे उनके वार्ड के अंतर्गत टिफिन टॉप के एक स्थानीय के दुकानदार श्री सुंठा ने अपनी दुकान के पास किंग कोबरा को देखा।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले सितंबर 2020 में नैनीताल जनपद के मुक्तेश्वर में दुनिया की सर्वाधिक 2,170 मीटर की ऊंचाई पर किंग कोबरा (King Cobra) को देखा गया था। जबकि टिफिन टॉप की ऊंचाई 2290 मीटर बताई जाती है।

इस प्रकार यह किंग कोबरा (King Cobra) के विश्व की सर्वाधिक ऊंचाई पर दिखाई देने का रिकॉर्ड हो सकता है। नैनीताल के प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने किंग कोबरा (King Cobra) को टिफिन टॉप में देखे जाने की पुष्टि कराने की बात कही है। परीक्षण किया जाये तो किंग कोबरा (King Cobra) की यहां उपस्थिति देश के लिये बड़ी उपलब्धि हो सकती है।

इससे पूर्व नगर में ही 2286 मीटर की ऊंचाई पर किंग कोबरा (King Cobra ) को देखने का किया गया था दावा

अंतर्राष्ट्रीय छायाकार व प्रकृतिविद् पद्मश्री अनूप साह के अनुसार करीब 60 वर्ष पहले नगर के हीरा लाल साह ठुलघरिया द्वारा नगर के बारापत्थर क्षेत्र में करीब 7000 फिट यानी 2,134 मीटर की ऊंचाई पर और जून 2014 में नगर के मान परिवार ने किलबरी रोड में समुद्र तल से करीब 7500 फिट यानी 2286 मीटर की ऊंचाई पर किंग कोबरा (King Cobra) को देखने का दावा किया था, जो कि इतनी अधिक ऊंचाई के लिहाज से श्री साह के अनुसार विश्व कीर्तिमान था। लेकिन तब इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी थी।

गौरतलब है कि पूर्व में जनपद के कालाढुंगी क्षेत्र में वन विभाग को 22 फिट लंबे किंग कोबरा (King Cobra) के सड़े-गले अवशेष मिले थे, जो कि लंदन के चिड़ियाघर में रखे गये 18.5 फिट के विश्व रिकॉर्डधारी लंबे सांप से भी अधिक लंबा था। परंतु इसका कोई प्रमाण सुरक्षित नहीं रखा गया। इससे पहले पांच अक्टूबर 2017 की रात्रि में नगर की माल रोड पर स्थित क्लासिक होटल में करीब 15 फिट लंबा नर किंग कोबरा घुस गया था, जिसे छह अक्टूबर को पकड़ा गया। जबकि 14 नवंबर 2017 को नगर के तल्लीताल जॉय विला क्षेत्र में एक करीब 12 फिट लंबी मादा किंग कोबरा पकड़ी गयी थी।

भगवान शिव का गले का हार नागराज वासुकी को ही कहा जाता है किंग कोबरा (King Cobra) !

नैनीताल। मान्यता है कि भगवान शिव के गले की शोभा बढ़ाने वाला वासुकी नाग हिमालयन किंग कोबरा (King Cobra ) ही है। पूर्व वन क्षेत्राधिकारी रहे आचार्य कैलाश चंद्र सुयाल ने बताया कि भगवान भोलेनाथ की गले की शोभा बढ़ाने वाले वासुकी नाग यानी किंग कोबरा (King Cobra) के दर्शन बेहद शुभ होते हैं। यह विशेष परिस्थितियों को छोड़कर सामान्यतः इंसानों पर हमला नहीं करता है। रानीबाग से ऊपर का वन क्षेत्र सम शीतोष्ण वन की श्रेणी में आता है यह वातावरण किंग कोबरा (King Cobra) के लिए मुफीद माना जाता है।

नैनीताल के टिफिन टॉप सरीखे समुद्र सतह से 2,290 मीटर की ऊंचाई पर बसे स्थान पर किंग कोबरा ( King Cobra) की उपस्थिति को कई लोग ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव भी मान रहे हैं, वहीं इस बारे में पूछे जाने पर वन संरक्षक दक्षिणी कुमाऊं वृत्त डा. पराग मधुकर धकाते का कहना है कि नैनीताल किंग कोबरा (King Cobra) का प्राकृतिक आवास हो सकता है। संभव है कि यह हमेशा से यहां रहता हो, परंतु पहले इसके फोटो आदि लिये जाने के प्रमाण नहीं थे।

उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में वर्ष 2007 में घोंसला बनाकर 17 बच्चे देने से किंग कोबरा पहली बार प्रकाश में आये थे। इसकी यहां उपस्थिति इस क्षेत्र की अब भी समृद्ध जैव विविधता होने का प्रमाण भी है। इस आधार पर विशेषज्ञ भी स्वीकार कर रहे हैं कि क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता, मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र व आहार श्रृंखला के परिचायक किंग कोबरा का यहां मिलना इस क्षेत्र के लिये बड़ी उपलब्धि हो सकता है, और इस क्षेत्र को सर्पराज के संरक्षित क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सकता है।