हल्द्वानी के बॉम्बे हास्पिटल में डेंगू मरीज की मौत पर परिजनों ने इलजा में लापरवाही के आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ता देख सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया। अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ परिजनों ने अभी तक तहरीर नहीं दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक हल्द्वानी के हरिपुर नायक निवासी जगदीश सिंह मेहरा (46) टैक्सी चालक हैं। जो कि डेंगू से पीड़ित थे। शनिवार को उन्हें परिजन इलाज के लिए आवास विकास स्थित बांबे हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। मरीज को अस्पताल में एक डॉक्टर ने देखा।
परिजनों का कहना है कि शाम को मरीज की तबीयत बिगड़ने पर टेस्ट कराए गए। जिसमें पता चला कि उनकी प्लेटलेट्स घटकर सात हजार के पास पहुंच गई। जिसके बाद मरीज को देखने की जिम्मेदारी एक जूनियर डॉक्टर को दे दी गई।
परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि मरीज को आईसीयू में भर्ती करने की बात कही तो गई लेकिन उसे वहां तक ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई। परिजन खुद गोद में उठाकर उन्हें आईसीयू तक ले गए। जिसके बाद डॉक्टरों के कहने पर प्लेटलेट्स की व्यवस्था की गई।
लेकिन इसी बीच जूनियर डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगाया। जिसके बाद करीब आठ बजे मरीज की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि जूनियर डॉक्टर ने नशीले पदार्थ का सेवन किया था और परिजनों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया। परिजनों ने इलाज में लापरवाही के आरोप लगाए हैं। परिजनों के कई बार अस्पताल के संचालक को बुलाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद रविवार को टैक्सी यूनियन और परजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।