बदलते मौसम के साथ ही प्रदेशभर में बच्चे वायरल की चपेट में आ रहे हैं। तापमान में हो रहे उतार चढ़ाव के कारण वायरल बुखार के साथ ही बच्चे सर्दी और खांसी की चपेट में भी आ रहे हैं। उधम सिंह नगर जिले में वायरल फीवर की चपेट में आ रहे बच्चों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है।
वायरल की चपेट में आ रहे बच्चे
बदलते मौसम और तापमान में हो रहे बदलाव के कारण बच्चे वायरल बुखार, सर्दी और खांसी का शिकार हो रहे हैं। प्रदेशभर में वायरल की चपेट में आने वाले बच्चों की संख्या में दिन पर दिन बढ़ोतरी हो रही है। उधमसिंह नगर में दिन पर दिन वायरल बुखार की चपेट में आने वाले बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
एक डॉक्टर के पास रोज हो रहा लगभग 80 से 90 बच्चों का इलाज
उधम सिंह नगर जिले में मेडिकल कॉलेज में केवल दो बाल रोग विशेषज्ञ हैं। दोनों के पास ही इलाज के लिए बच्चों की लंबी लाइनें लग रही हैं। एक डॉक्टर हर रोज लगभग 80 से 90 बच्चों का इलाज कर रहा है।
बाल रोग विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में तेजी से होने वाला बदलाव बच्चों को वायरल होने का मुख्य कारण है। बच्चों का शरीर इस बदलाव को संभाल नहीं पाता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण बच्चे आसानी से इसकी चपेट में आ जाते हैं।
वायरल से बचने के लिए बरतें ये सावधानी
वायरल से बचने के लिए परिजनों को खासी सावधानी बरतनी चाहिए। अगर बच्चे वायरल की चपेट में आ भी जाएं तो खुद इलाज ना कर परिजनों को बच्चों सीधे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।
बच्चों तो पानी उबालने के बाद ही पिलाएं।
बार-बार बच्चों को हाथ धुलाएं और खुद भी धोएं।
बच्चों को कम से कम लाेगों के संपर्क में रखें।
वायरल की चपेट में आने पर बच्चों को बिना चिकित्सकीय परामर्श के कोई भी दवा ना दें।
तबीयत खराब होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
जब भी कोई घर में बाहर से आए तो उसे सीधे बच्चे के संपर्क में ना आने दें।
मच्छरों से बचाव के लिए बच्चों को मचछरदानी में ही सुलाएं।